रिपोर्ट्स के मुताबिक, मराठवाड़ा में 55 हजार 334 महिलाओं को लाडकी बहिन योजना (Mukhyamantri Majhi Ladki Bahin Yojana) की आठवीं किस्त नहीं मिलेगी। इन महिलाओं को अब तक सात किश्तें मिल चुकी हैं। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इन लाभार्थियों को अपात्र क्यों घोषित किया गया है। इसके अलावा, 54 हजार से अधिक महिलाओं के आवेदन अभी तक लंबित हैं, जिससे उन्हें भी योजना के लाभ से वंचित रहना पड़ेगा।
बताया जा रहा है कि मराठवाड़ा से कुल 23,07,184 महिलाओं ने मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना (Mukhyamantri Ladki Bahin Yojana) के लिए आवेदन किया था, जिनमें से 21,97,211 आवेदन वैध पाए गए। हालांकि, सरकार की सख्त जांच प्रक्रिया के कारण इनमें से हजारों लाभार्थियों का नाम योजना से हटा दिया गया है। जबकि अभी भी 54 हजार से ज्यादा आवेदन स्वीकृत नहीं किये गये हैं।
दिसंबर 2023 में 2.46 करोड़ महिलाओं को इस योजना का लाभ मिला था, जबकि जनवरी 2025 में यह संख्या घटकर 2.41 करोड़ रह गई। यानी सिर्फ एक महीने में 5 लाख लाभार्थी महिलाओं को योजना से बाहर कर दिया गया।
मराठवाड़ा में आठ जिले हैं, जिनमें नांदेड से 10532, छत्रपति संभाजीनगर से 6655, धाराशिव से 2533, लातूर से 8001, जालना से 9622, हिंगोली से 5825, परभणी से 2802 और बीड से 9364 लाभार्थी महिलाओं का नाम योजना से कट गया है। यानी उन्हें अब मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना का फायदा नहीं मिलेगा।
पिछले साल जुलाई में महायुति सरकार ने उन परिवारों की महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना शुरू की, जिनकी सालाना आय 2.5 लाख रुपये से कम है। इस योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं के बैंक खाते में हर महीने 1500 रुपये जमा किये जाते हैं। अब तक कुल सात किस्ते महिलाओं के खाते में जमा हो चुकी हैं, जल्द ही फरवरी की आठवीं किस्त भी जमा की जाएगी।