उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में नांदेड में दो जिला प्रमुख शिवसेना में शामिल हुए। इस दौरान उद्धव गुट के सैकड़ों कार्यकर्ता भी शिवसेना में शामिल हुए। इससे शिवसेना (यूबीटी) को तगड़ा झटका लगा है। वो भी तब जब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हार के बाद उद्धव की पार्टी निकाय चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के लिए जमीनी स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत करने की पुरजोर कोशिश कर रही है।
उद्धव ठाकरे गुट के परभणी और वाशिम जिला के प्रमुख गुरुवार को शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए। शिवसेना (यूबीटी) के परभणी जिला प्रमुख विशाल कदम और वाशिम जिला प्रमुख सुरेश मापारी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में शामिल हो गए हैं। इन दोनों नेताओं के शामिल होने से परभणी और वाशिम में शिवसेना की ताकत बढ़ गई है। दूसरी ओर उद्धव गुट को बड़ा झटका लगा है।
इस दौरान एकनाथ शिंदे ने कहा, हम हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे और पूज्य गुरु धर्मवीर आनंद दिघे के विचारों को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने दिखा दिया है कि बालासाहेब के विचारों का असली वारिस कौन है और असली शिवसेना कौन है. हमारी शिवसेना की ताकत बढ़ रही है और पूरे राज्य से शिवसेना (यूबीटी) और अन्य पार्टियों के नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता शिवसेना में शामिल हो रहे हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में महायुति को 288 में से 235 सीटों पर जीत मिली। अकेले बीजेपी को 132 सीटों पर परचम लहराया। महाराष्ट्र में बीजेपी की यह सबसे बड़ी जीत है। शिवसेना को 57 और अजित पवार की एनसीपी को 41 सीटों पर जीत हासिल हुई। एमवीए में शिवसेना यूबीटी महज 20 सीटें ही जीत पाई। इसके अलावा, कांग्रेस को 16 और शरद पवार की एनसीपी 10 सीटों पर सिमट गई। सपा ने भी यहां दो सीटें जीती।
वहीँ, विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (उद्धव ठाकरे) वाले महाविकास आघाडी (MVA) ने 48 में से 30 सीट जीती। जबकि बीजेपी ने इस चुनाव में बेहद खराब प्रदर्शन किया और 2019 के 23 निर्वाचन क्षेत्रों के मुकाबले केवल 9 सीटें जीत सकी। जबकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को 7 सीटें और अजित पवार की एनसीपी को सिर्फ एक सीट मिली।