मृतका डॉ. अर्चना राहुले सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के फिजियोथेरेपी विभाग में सहायक प्रोफेसर थीं। पुलिस के अनुसार, अर्चना के पति डॉ अनिल राहुले जो रायपुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाते हैं। अनिल को अपनी पत्नी अर्चना के चरित्र पर संदेह था। इसी वजह से दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था।
जानकारी के मुताबिक, अनिल ने 9 अप्रैल को अपने भाई राजू राहुले को नागपुर के लाडीकर लेआउट स्थित अपने घर बुलाया। इसके बाद योजना के अनुसार अनिल ने अपनी पत्नी के पैर पकड़कर उसे ज़मीन पर गिरा दिया और फिर देवर (राजू) ने लोहे की रॉड से अर्चना के सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों ने घर को सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम से बंद किया और फरार हो गए, जिससे सभी को यह डकैती का मामला लगे।
पति और देवर गिरफ्तार
वारदात के बाद 12 अप्रैल को अनिल घर वापस लौटा और पत्नी की हत्या होने की बात कहकर शोर मचाया। फिर पुलिस को सूचना दी गई। शुरुआत में अनिल ने दावा किया कि किसी ने घर में घुसकर उसकी पत्नी अर्चना की हत्या कर दी है। पहले-पहल पुलिस को भी मामला डकैती का लगा, लेकिन जब उन्होंने देखा कि शव सड़ चुका था, तो संदेह गहराने लगा कि हत्या कई दिन पहले हुई थी।
पुलिस को अनिल के व्यवहार पर भी शक हुआ क्योंकि वह बेचैन था और बेहोश होने का नाटक कर रहा था। जब पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद पुलिस ने अनिल और उसके भाई राजू दोनों को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। इस जघन्य वारदात ने पूरे शहर को हिला दिया है।