मंत्री अदिति तटकरे ने बताया कि लाडकी बहिन योजना (Mukhyamantri Majhi Ladki Bahin Yojana) से पांच लाख लाभार्थी महिलाओं के नाम अपात्र होने की वजह से हटा दिए गए है। यानी अब से इन लाडली बहनों को योजना के पैसे नहीं मिलेंगे। हालांकि, इन महिलाओं को अब तक मिली योजना की राशि वापस नहीं ली जाएगी।
महायुति सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना (Mukhyamantri Ladki Bahin Yojana) के लाभार्थियों की स्क्रूटिनी पिछले 15 दिनों से शुरू होने की खबर है। विभाग द्वारा यह सत्यापन राज्य स्तर और जिला स्तर पर शुरू किया गया है। अभी तक 5 लाख से ज्यादा लाभार्थी महिलाओं को अपात्र घोषित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना के लिए अपात्र हो चुकी महिलाओं को जनवरी महीने से सम्मान निधि का भुगतान नहीं किया जाएगा। बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में अपात्र होने वाली महिलायें दूसरी योजनाओं का भी लाभ उठा रहीं थी, इसलिए उनका नाम लाडली बहना से हटा दिया गया है।
मंत्री अदिति तटकरे ने बताया कि 28 जून 2024 और 3 जुलाई 2024 को जारी सरकारी आदेश के अनुसार, बनाये गए मापदंडों के तहत ही लाभार्थी महिलाओं को अयोग्य घोषित किया गया है और उन्हें योजना से बाहर कर दिया गया है।
लडकी बहीन योजना से क्यों और कितनी महिलाएं हुईं आउट-
संजय गांधी निराधार योजना की लाभार्थी महिलाएं – 2,30,000 65 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं – 1,10,000 नमोशक्ति योजना की लाभार्थी महिलाएं, लाभार्थी के परिवार के सदस्यों के नाम पर चार पहिया वाहन और स्वेच्छा से योजना से नाम वापस लेने वाली महिलाएं – 1,60,000 कुल अपात्र महिलाएं- 5 लाख तटकरे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार लाडली बहना योजना (लाडकी बहीण योजना) की अन्य सभी पात्र महिलाओं को योजना का लाभ देने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही किसी भी लाभार्थी के खाते से पहले दी हुई राशि नहीं निकाली जाएगी. हालांकि अपात्र लाभार्थी महिलाओं को लाडली बहना की आगे की किस्तें नहीं मिलेंगी।
बता दें कि जिनकी पारिवारिक वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से अधिक है, या चार पहिया वाहन (ट्रैक्टर छोड़कर) हैं, या जो राज्य से बाहर चले गए हैं, या जिनके पास डोमिसाइल सर्टिफिकेट नहीं है, या जिनके बैंक खाते आधार से लिंक नहीं है, या जो पहले से ही किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ ले रहे हैं, वे लाडकी बहीण योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं।