कार्यकर्ता जाने से कतरा रहे
इस अफवाह के कारण कुछ कार्यकर्ताओं ने कार्यालय से दूरी बनाना शुरू कर दिया है। यह अफवाह सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह फैल रही है, जिससे कई कार्यकर्ताओं में भय पैदा हो रहा है। राज्य के जलापूर्ति मंत्री और जलगांव के संरक्षक मंत्री गुलाबराव पाटिल ने खुद इस मुद्दे पर सफाई दी है। उन्होंने कहा “कार्यालय में भूत जैसी कोई बात नहीं है। यह केवल एक अफवाह है। कोई अंधविश्वास पर भरोसा न करें। चार जून के बाद मैं खुद वहां नियमित रूप से बैठूंगा।” शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल ने यह बात एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कही। उन्होंने भाषण के दौरान माना कि अफवाहों के कारण कार्यकर्ताओं में थोड़ी घबराहट फैली है, लेकिन उन्होंने सभी से अपील कि की वे इन बातों पर विश्वास न करें।
शिंदे की शिवसेना का यह कार्यालय विधानसभा चुनावों में जीत के बाद जलगांव में बनाया जा रहा पहला बड़ा कार्यालय है। इसका निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और उद्घाटन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चार जून के बाद कार्यकर्ता इस कार्यालय में कामकाज के लिए पहुंचते हैं या नहीं।
गौरतलब हो कि शिवसेना, महायुति गठबंधन का हिस्सा है जिसमें बीजेपी के साथ-साथ अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) भी शामिल है। मुंबई और ठाणे सहित महाराष्ट्र के कई शहरों में नगर निकाय चुनाव 2022 की शुरुआत से लंबित हैं। अब तक चुनावों की कोई तारीख घोषित नहीं की गई है। लेकिन देश की शीर्ष अदालत ने चार महीनों के भीतर निकाय चुनाव कराने के आदेश दिए है।