महाराष्ट्र सरकार ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन और कई अन्य विभागों के शीर्ष अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी है। इसके साथ ही फर्जी खबरें फैलाने वाले और दुश्मन की मदद करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि राज्य के 36 जिलों में से प्रत्येक में तैयारियों के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में एक ‘वॉर रूम’ स्थापित किया जाना चाहिए। साथ ही ब्लैकआउट के दौरान अस्पतालों के साथ समन्वय तंत्र स्थापित किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने प्रशासन से यह भी कहा कि ब्लैकआउट के दौरान क्या किया जाना चाहिए, इस बारे में जागरूकता फैलाई जाए। साइबर अपराध विभाग को हर जिले में सोशल मीडिया हैंडल पर नजर रखने का निर्देश भी दिया गया है।
इससे पहले सीएम फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में पुलिस, तटरक्षक बल और नौसेना अलर्ट मोड पर हैं। नियमित रूप से अभ्यास किए जा रहे हैं। युद्ध रणनीति के अनुसार आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन किया जा रहा है। हम अलर्ट मोड पर हैं।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “भारत पूरी तरह से तैयार है। पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की है, ये अभी भी जारी और हमारी सेना पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देगी। महाराष्ट्र भी पूरी तरह से अलर्ट है, यहां के लोगों को सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।”