महाराष्ट्र विधानभवन में एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के विधायक जितेंद्र आव्हाड और बीजेपी विधायक गोपीचंद पडलकर के समर्थकों के बीच गुरुवार को हाथापाई हो गई। आव्हाड और पडलकर के बीच बुधवार को तीखी बहस हुई थी, जिसके एक दिन बाद यह घटना हुई। सांगली जिले की जाट सीट से विधायक पडलकर एनसीपी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार और उनकी सांसद बेटी सुप्रिया सुले के मुखर आलोचक रहे हैं।
इसके बाद रात में जब आव्हाड समर्थक नितिन देशमुख को पुलिस विधानभवन के पिछले गेट से ले जा रही थी। इस दौरान पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड खुद अपने कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की गाड़ी को रोककर धरने पर बैठ गए। इस आंदोलन ने तब और नाटकीय रूप ले लिया जब आव्हाड पुलिस की गाड़ी के नीचे जाने लगे। आरोप है कि पुलिस ने उन्हें जबरन घसीटकर बाहर निकाला।
ठाणे जिले के मुंब्रा-कलवा से विधायक जितेंद्र आव्हाड ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “जिसने मार खाई उसे पकड़ा गया, लेकिन जो मारपीट कर रहे थे, उन्हें पुलिस वडापाव और तंबाकू खिला रही है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस पांच हमलावरों को बचा रही है। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान एनसीपी (शरद पवार गुट) के विधायक रोहित पवार भी मौके पर मौजूद थे।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
पिछले हफ्ते जब विधायक जितेंद्र आव्हाड विधानभवन में प्रवेश कर रहे थे, तब उन्होंने “मंगलसूत्र चोर का…, मंगलसूत्र चोर का…” नारे लगाए थे। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन माना जा रहा है कि उनका इशारा बीजेपी विधायक गोपीचंद पडलकर की ओर था। इसके बाद 16 जुलाई को पडलकर और आव्हाड के बीच विधानभवन के गेट पर तीखी बहस हुई। शरद गुट के नेता आव्हाड ने आरोप लगाया कि पडलकर ने जानबूझकर अपनी कार का दरवाजा तेजी से खोला, जो सीधे उन्हें और उनके सहयोगी संतोष देशमुख के भाई धनंजय देशमुख को लग गया। इनके बाद गुरुवार को दोनों नेताओं के समर्थक आमने-सामने आ गए और विधानभवन की लॉबी में ही झड़प और मारपीट हो गई।
कड़ी कार्रवाई कि जाएगी- CM
इस घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि विधानभवन परिसर में हुई इस मारपीट की घटना को लेकर उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने भी इस मामले में कठोर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। बता दें कि आज (18 जुलाई) महाराष्ट्र विधानसभा का मौजूदा मानसून सत्र समाप्त हो रहा है। एक दिन पहले ही जितेंद्र आव्हाड ने विपक्ष की ओर से आखिरी प्रस्ताव पेश किया था, जिसमें उन्होंने बीजेपी नेता पडलकर के साथ हुए विवाद और उसके बाद मिली धमकियों का जिक्र किया। इस विवाद के बाद विधानभवन की लॉबी में दोनों दलों के समर्थकों के बीच तीखी झड़प हुई। इस दौरान गोपीचंद पडलकर के समर्थक ऋषिकेश टकले और आव्हाड समर्थक नितिन देशमुख के बीच हाथापाई हुई। इस पूरी घटना ने महाराष्ट्र की राजनीति में नया बवाल खड़ा कर दिया है।