जानकारी के मुताबिक, सोमवार तड़के आतंकवाद से जुड़े एक मामले के चलते महाराष्ट्र एटीएस की टीम साकिब नाचन के गांव पहुंची और घर पर छापेमारी की। इस दौरान पडघा में भारी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए थे। एक अधिकारी ने बताया कि ठाणे ग्रामीण पुलिस के साथ एटीएस की टीम ने पडघा गांव में तलाशी की कार्रवाई शुरू की। कुछ व्यक्तियों की पहचान कर उनसे जुड़े ठिकानों की तलाशी की कार्रवाई जारी है। फिलहाल इस मामले में विस्तृत जानकारी का इंतजार है।
महाराष्ट्र एटीएस ने बताया कि साकिब प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) का पदाधिकारी रह चुका है और पहले भी दो आतंकी मामलों में सजायाफ्ता रहा है। वह 2002-2003 में मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन, विलेपार्ले और मुलुंड बम धमाकों के मामलों में शामिल है।
बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अगस्त 2023 में पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में शामिल साकिब नाचन को गिरफ्तार कर लिया था। साकिब नाचन को नामित विदेशी आतंकवादी संगठन की आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने में कथित सक्रिय भागीदारी के लिए गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में आतंकवाद निरोधक एजेंसी द्वारा की गई यह छठी गिरफ्तारी थी।
एनआईए ने एक बयान में कहा था कि ठाणे के पडघा निवासी आरोपी साकिब नाचन को आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए आईईडी बनाने, प्रशिक्षण और परीक्षण में शामिल पाया गया था। वह जुल्फिकार अली बड़ौदावाला, मोहम्मद इमरान खान, मोहम्मद यूनुस साकी, सिमाब नसीरुद्दीन काजी, अब्दुल कादिर पठान और कुछ अन्य संदिग्ध आरोपियों के साथ मिलकर काम कर रहा था।
एनआईए के मुताबिक, साकिब सहित आईएसआईएस स्लीपर मॉड्यूल के सदस्य पुणे के कोंढवा में एक घर से देश विरोधी काम को अंजाम दे रहे थे। यहां उन्होंने आईईडी इकट्ठा किया था और पिछले साल बम प्रशिक्षण और बनाने की वर्कशॉप का आयोजन किया। खुद से बनाए गए आईईडी का परीक्षण करने के लिए एक नियंत्रित विस्फोट भी किया था।