इससे पहले मौसम विभाग ने बताया था कि केरल में 16 साल के अंतराल के बाद मानसून का आगमन समय से इतना पहले हुआ है। शनिवार को मानसून ने केरल, कर्नाटक और पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम के कुछ हिस्सों में एक साथ प्रवेश किया। आमतौर पर मानसून केरल में 1 जून के आसपास पहुंचता है। जबकि इस साल मानसून ने केरल में आठ दिन पहले और मिजोरम में पूरे 12 दिन पहले दस्तक दी है। इससे पहले मानसून का सबसे जल्दी आगमन साल 2009 में 23 मई को हुआ था।
महाराष्ट्र में अलर्ट जारी
आईएमडी ने पहले ही महाराष्ट्र में मानसून के जल्दी आगमन की भविष्यवाणी की थी। अब अगले दो से तीन दिनों के दौरान मानसून मुंबई भी पहुंच सकता है, क्योंकि इसके आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। आमतौर पर मुंबई में मानसून की एंट्री 10 जून के आस-पास होती है। मुंबई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र की प्रमुख डॉ. शुभांगी भूटे ने शनिवार को बताया था कि मानसून केरल में पहुंच चुका है और इसके आगे बढ़ने के लिए मौसम की परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। यह धीरे-धीरे महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है। विशेष रूप से रत्नागिरी जिले के कोंकण क्षेत्र के पास एक निम्न दबाव क्षेत्र बना हुआ है। इसलिए दक्षिण कोंकण, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है, जहां मूसलाधार बारिश होने की उम्मीद है। जबकि सातारा और कोल्हापुर के घाट क्षेत्रों में भी कुछ स्थानों पर भीषण बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने रायगढ़ जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि, मुंबई शहर और इससे सटे जिलों में आंधी-तूफान और भारी बारिश की चेतावनी देते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि मछुआरों को भी चेतावनी दी गयी है।
मुंबई के कुछ हिस्सों में रविवार रात से ही तेज बारिश हो रही है, जिससे महानगर के लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली है। हालांकि भारी बारिश के बाद शहर के कई निचले इलाकों में जलभराव हुआ।
आमतौर पर मानसून एक जून तक केरल पहुंचता है और 8 जुलाई तक पूरे देश में छा जाता है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से लौटना शुरू हो जाता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है। पिछले साल मॉनसून केरल में 30 मई को, 2023 में 8 जून को, 2022 में 29 मई को, 2021 में 3 जून को, 2020 में 1 जून को पहुंचा था। आईएमडी ने इस साल मानसून के सीजन में सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान जताया है।