इस्कॉन मंदिर खारघर का उद्घाटन समारोह 9 जनवरी से शुरू हो चुका है। यह समारोह 15 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मंदिर के शुभारंभ तक जारी रहेगा। मंदिर के उद्घाटन से पहले विशेष धार्मिक कार्यक्रम और यज्ञ अनुष्ठान किए जा रहे हैं। मंदिर के ट्रस्टी और प्रमुख डॉ. सूरदास प्रभु ने बताया कि बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी मंदिर का उद्घाटन करने के साथ ही सांस्कृतिक केंद्र और वैदिक संग्रहालय की आधारशिला भी रखेंगे।
मुंबई के पड़ोसी शहर नवी मुंबई के खारघर के सेक्टर 23 में स्थित इस भव्य मंदिर को बनने में कुल 12 साल लगे। यह सफेद और भूरे संगमरमर के विशेष पत्थरों से निर्मित एक भव्य मंदिर है। इस मंदिर के निर्माण में अब तक 200 करोड़ रुपये की लागत आई है। मंदिर के मुख्य भाग को भगवान कृष्ण की 3डी पेंटिंग से सजाया गया है। वहीं, इसमें दशावतार मंदिर के दरवाजे चांदी के बने हैं। जिन पर गदा, शंख, चक्र और ध्वजा की सुनहरी छवियां उकेरी गई हैं।
इस्कॉन मंदिर खारघर 9 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। जिसमें से 5-6 एकड़ जमीन हरियाली से भरपूर है। इस मंदिर में तीन हजार भक्तों के एक साथ बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा यहां आने वाले भक्तों के लिए रविवार को मुफ्त प्रसादम की व्यवस्था भी है।
इस्कॉन के दुनिया भर में लगभग 800 मंदिर हैं। लेकिन नवी मुंबई का यह मंदिर एकमात्र ऐसा मंदिर होगा जहां इस्कॉन के संस्थापक स्वामी श्रील प्रभुपाद का स्मारक होगा। इस मंदिर का निर्माण ग्लोरी ऑफ महाराष्ट्र प्रोजेक्ट के तहत किया गया है।
इस्कॉन मंदिर के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार भी शामिल होंगे। इस्कॉन मंदिर का उद्घाटन 15 जनवरी को पीएम मोदी करेंगे और भक्त 16 जनवरी से दर्शन कर सकेंगे।