बीजेपी नीत महायुति को बीएमसी चुनाव में मात देने के लिए शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाविकास अघाड़ी (MVA) का नाम लिए बिना पूरी ताकत से तैयारी शुरू कर दी है। किस क्षेत्र के नेताओं की बैठक कब होगी, इसकी पूरी प्लानिंग की गई है। इसके मुताबिक मातोश्री में गुरुवार से ही उद्धव ठाकरे मैराथन बैठकें कर रहे हैं। इस दौरान नेताओं का रिपोर्ट कार्ड भी देखा जा रहा है।
सूत्रों का कहना है कि उद्धव ठाकरे 26 दिसंबर से 29 दिसंबर तक मुंबई में पार्टी नेताओं, पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। बैठक के जरिए उद्धव खुद समीक्षा कर रहे हैं। हाल ही में संजय राउत ने कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार) के बिना बीएमसी चुनाव लड़ने का संकेत दिया था। हालांकि, शिवसेना (यूबीटी) ने कहा कि इस संबंध में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
उद्धव की शिवसेना (यूबीटी) विपक्षी गठबंधन एमवीए का घटक दल है, जिसमें कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार) भी शामिल है। पिछले महीने 288 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में एमवीए केवल 46 सीट ही जीत पाई, जिनमें से 20 सीट पर शिवसेना (यूबीटी) ने विजय हासिल की थी। मुंबई की 36 विधानसभा सीट में से शिवसेना (यूबीटी) ने 21 सीट पर चुनाव लड़ा था और 10 पर जीत हासिल की थी। दूसरी ओर महायुति ने प्रचंड बहुमत हासिल किया।
मुंबई में अगले साल बीएमसी चुनाव होने की संभावना है। बाल ठाकरे द्वारा स्थापित शिवसेना में 2022 में विभाजन के बाद उद्धव गुट के लिए हाल में महाराष्ट्र में संपन्न विधानसभा चुनाव को परीक्षा के तौर पर देखा गया था। लेकिन वह इसमें सफल नहीं हुए और एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने बाजी मार ली।
शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल परब के मुताबिक, मुंबई के सभी 227 नगरपालिका वार्डों में उद्धव पार्टी की चुनावी तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। यह विचार-विमर्श तीन दिनों तक चलेगा। यदि सुप्रीम कोर्ट जनवरी में ओबीसी कोटा पर अपना फैसला देता है तो बीएमसी समेत राज्य के अन्य स्थानीय निकाय चुनाव मार्च-अप्रैल 2025 में हो सकते हैं। बीएमसी समेत ज्यादातर नगर निकायों और राज्य के कई अन्य स्थानीय निकायों का पांच साल का कार्यकाल 2022 में समाप्त हो गया था। तब से ज्यादातर नगर निकाय का कामकाज प्रशासक के हाथ में है।