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कर-पश्चात कर सकते है रिटर्न को अनुकूलितनिवेशक कम से कम 24 महीने तक फंड को होल्ड करके इस दर से लाभ उठा सकते हैं, इस प्रकार अपने कर-पश्चात रिटर्न को अनुकूलित कर सकते हैं। फंड मैनेजर को एसेट एलोकेशन, सिक्योरिटी सिलेक्शन या व्यक्तिगत निवेश के आकार के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। ईटीएफ में निवेश करके, फंड सक्रिय आवंटन के साथ निष्क्रिय प्रतिभूतियों की अनुमति देता है, जिससे निवेशकों को मार्केट टाइमिंग और एसेट को चुनने की जटिलताओं से बचने में मदद मिलती है। यह अप्रोच निवेशकों को निवेश प्रक्रिया के साथ सहज महसूस कराने के लिए डिजाइन किया गया है।
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स्पष्ट और पारदर्शी एग्जिट लोड स्ट्रक्चरयह फंड एक स्पष्ट और पारदर्शी एग्जिट लोड स्ट्रक्चर भी प्रदान करता है। यदि किसी अन्य योजना से खरीदी गई या स्विच की गई यूनिट्स को आवंटन की तारीख से एक वर्ष के भीतर भुनाया या स्विच किया जाता है, तो 30 प्रतिशत तक की यूनिट्स को बिना किसी शुल्क के बाहर निकाला जा सकता है। यह सुविधा सुनिश्चित करती है कि निवेशक किसी आपात स्थिति में बिना किसी शुल्क के अपने निवेश का एक हिस्सा निकाल सकते हैं, जिससे संभावित निवेशकों को सुरक्षा और लचीलेपन की सहूलियत मिलती है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट अलोकेटर फंड ने इसी रणनीति पर 2003 में एक लाख रुपए के निवेश को इस समय 11.13 लाख रुपए बना दिया है। यानी सालाना 12.39 फीसदी चक्रवृद्धि ब्याज की दर से रिटर्न मिला है। इस फंड ने एक साल में 10 हजार रुपए को 14,819 रुपए बना दिया है। पांच साल में यह रकम 19,971 रुपए हो गई है। एसेट एलोकेशन के लिए इसका अनुशासित और प्रक्रिया-संचालित अप्रोच, एक्टिव मैनेजमेंट और नियमित पुनर्संतुलन के साथ मिलकर इसे दीर्घकालिक धन सृजन चाहने वाले निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है।