बता दें कि नक्सल प्रभावित बस्तर में
पंचायत चुनाव के लिए मतदान का समय सुबह 6.45 बजे से दोपहर 2 बजे तक रखा गया है। दूसरे इलाकों में मतदान का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक रखा गया है। बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान केंद्रों में अतिरिक्त सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं।
इन ब्लाकों में हो रही वोटिंग
बिल्हा, पेंड्रा, लोरमी, नवागढ़, मालखरौदा, पोड़ी-उपरोड़ा, खरसिया, धरमजयगढ़, बिलाईगढ़, रामानुजनगर, प्रेमनगर, बलरामपुर, सीतापुर, मैनपाट, मनेंद्रगढ़, जशपुर, मनोरा, दुलदुला, कुनकुरी, धरसींवा, तिल्दा-नेवरा, कसडोल, छुरा, पिथौरा, बागबहरा, कुरूद, पाटन, बालोद, छुरिया, खैरागढ़, मोहला, बोड़ला, पंडरिया, फरसगांव, माकड़ी, बस्तर, लोहंडीगुड़ा, भानुप्रतापपुर, दुर्गूकोंदल, कटेकल्याण, छिंदगढ़, भोपालपटनम और ऊसूर। बालोद में फिर से वोटिंग
बालोद जिले के डौंडीलोहारा के सुरेगांव ग्राम पंचायत के वार्ड क्रमांक 8 में चुनाव चिन्ह गलत तरीके से बांटे गए थे। यहां आज दोबारा मतदान हो रहा है। 2 प्रत्याशियों को गलत चिन्ह आवंटित होने के कारण उनके चिन्ह बैलेट पेपर पर छप गए। इसके कारण 17 फरवरी को होने वाला मतदान रद्द कर दिया गया था।
पहले चरण में यहां हुई थी वोटिंग
17 फरवरी को राज्य के 53 विकासखंडों में मतदान हुआ। वोटिंग परसेंटेज 81 प्रतिशत से अधिक रहा। राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में 27 हजार 210 पंच, 3 हज़ार 605 सरपंच, 911 जनपद सदस्य और 149 जिला पंचायत सदस्यों के लिए चुनाव हुआ। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण के चुनाव के लिए 9 हज़ार 873 मतदान केंद्र बनाए गए। वहीं अंतिम चरण की वोटिंग 23 फरवरी को होगी।