सीता महोत्सव से संघ का नया संदेश
सूत्रों के मुताबिक इस महोत्सव के जरिए आगामी दिनों में प्रस्तावित माता सीता के मंदिर निर्माण के एजेंडे को न केवल धार मिलेगी, बल्कि इसे विश्वस्तरीय धार्मिक नगरी बनाने में भी सहायता मिलेगी। साथ ही विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं में समर्थन बढ़ाने के प्रयासों को भी आगे बढ़ाया जा सकेगा।नारियों के लिए सीता को आदर्श बनाने का प्रोजेक्ट
संघ के विचारकों का कहना है कि भगवान राम की पूर्णता सीता में है। इतिहास, पुराण, काव्य से लेकर स्त्रियों के ग्राम्य गीतों तक में सीता की समान प्रतिष्ठा हुई है। मां सीता, करुणा, मातृत्व और सहनशक्ति की प्रतीक हैं। विवेकानंद कह चुके हैं कि जब तक एक भी हिंदू है, चाहे कोई भाषा का हो, तब तक सीता की कथा जीवित रहेगी। इसलिए अब महोत्सव और मंदिर निर्माण से सीता के आदर्श को फिर से जन जन में स्थापित करने की तैयारी है।पाकिस्तान पर एक और स्ट्राइक: कारोबार को पूरी तरह से किया बंद, जानिए कितना पड़ेगा असर
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जगत जननी सीता माता की प्राकट्य स्थली सीतामढ़ी के पुनौरा धाम के विकास के लिए लगातार कार्य कराए जा रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का कहना है कि हम अयोध्या में राम मंदिर के बादबिहार में भव्य सीता मंदिर बनाने का समय आ गया है। यह मंदिर सीता जी के अपनाए गए आदर्शों का संदेश देगा।