गिरफ्तार किए गए चीनी नागरिकों की पहचान डेन विजियन, लिन युंगहुई, ही क्यून हैंनसेन और हुवाग लिविंग के रूप में हुई है, जो चीन के हुनान प्रांत के निवासी हैं। ये चारों दो नेपाली महिलाओं के साथ पैदल भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। दोनों महिलाओं को शुरू में हिरासत में लिया गया था। एक महिला को हिंदी, नेपाली, अंग्रेजी और चीनी भाषा में धाराप्रवाह बोलते हुए पाया गया, और उसके फोन में पाकिस्तानी नंबर भी मिले। हालांकि, पूछताछ और सत्यापन के बाद दोनों महिलाओं को गाइड के रूप में पहचान होने पर रिहा कर दिया गया।
खुफिया एजेंसियों को किया सूचित
जांच में पता चला कि ये चीनी नागरिक पिछले एक हफ्ते से काठमांडू में थे और बिना वैध दस्तावेजों के भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे। SSB ने उनके पास से 8,000 चीनी युआन, पासपोर्ट, पांच मोबाइल फोन और एक बैग जब्त किया। गिरफ्तारी के बाद, SSB ने खुफिया एजेंसियों को सूचित किया और चारों चीनी नागरिकों को आगे की जांच के लिए स्थानीय हरैया पुलिस को सौंप दिया। रक्सौल के DSP धीरेंद्र कुमार ने गिरफ्तारी की पुष्टि की और बताया कि पुलिस जांच जारी रखे हुए है। इस बीच, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया। भारतीय सेना पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे युद्धविराम उल्लंघन पर कड़ी नजर रख रही है। बुधवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इन हमलों का उद्देश्य पहलगाम हमले का बदला लेना और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) व लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के प्रमुख आतंकी नेताओं और उनके शिविरों को नष्ट करना था।
LoC पर पाक कर रहा गोलीबारी
रक्षा सूत्रों के अनुसार, मंगलवार रात से पाकिस्तानी सेना ने पुंछ और तंगधार में नागरिक क्षेत्रों पर गोलीबारी की, जिसमें 15 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई और 43 घायल हो गए। इस गोलीबारी से गांवों में दहशत फैल गई और कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। पाकिस्तान के साथ चल रहे तनाव और सीमा पर बढ़ती गतिविधियों के बीच चीनी नागरिकों की घुसपैठ की कोशिश ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह सतर्क है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी कार्रवाई करने को तैयार है।