सिंदूर हुआ, हल्दी, मेहंदी बाकी है
सभा में भावुक और उग्र अंदाज में बोलते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “
सिंदूर हुआ, हल्दी, मेहंदी बाकी है… ये आतंकवाद का सिलसिला कब तक चलेगा? कश्मीर में हमारे भाइयों-बहनों का खून बह रहा है, और हम सिर्फ निंदा करते रहते हैं।” उन्होंने इस्लामिक आतंकवाद पर निशाना साधते हुए तथाकथित सेक्युलरवादियों को भी आड़े हाथों लिया। बाबा ने कहा कि आतंकवादी हमलों में धर्म पूछकर गोली चलाई जाती है, और अब समय आ गया है कि देश एकजुट होकर इस खतरे का सामना करे।
हिंदू राष्ट्र की मांग
बाबा बागेश्वर ने सभा में उपस्थित हजारों लोगों से अपील की कि देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा, “हिंदू राष्ट्र का मतलब केवल हिंदुओं का देश नहीं, बल्कि एक ऐसा राष्ट्र है जहां सभी धर्मों का सम्मान हो, लेकिन हमारी संस्कृति और सुरक्षा सर्वोपरि हो।” उन्होंने भारतीय सेना और सुरक्षाबलों की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि हमें अपनी सेना पर गर्व है, लेकिन सरकार और समाज को भी अब कड़े कदम उठाने होंगे।
लव जिहाद और संस्कारों पर जोर
धीरेंद्र शास्त्री ने अपने संबोधन में लव जिहाद जैसे मुद्दों पर भी खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि आज के युवाओं में संस्कारों की कमी के कारण ऐसी समस्याएं बढ़ रही हैं। उन्होंने माता-पिताओं से अपील की कि वे अपने बच्चों को हिंदू धर्म के मूल्यों और संस्कृति से जोड़े रखें। “हमारी संस्कृति हमारी ताकत है। अगर हम अपने बच्चों को धर्म और संस्कारों के प्रति कट्टर नहीं बनाएंगे, तो हमारा भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
पहलगाम हमले में मारे गए निर्दोष
पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले में कई निर्दोष लोगों की जान गई थी, और सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी। इस घटना ने एक बार फिर कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं। बाबा बागेश्वर ने अपने संबोधन में इस हमले को “हिंदू संस्कृति पर हमला” करार दिया और कहा कि अब देश को जागना होगा।
चर्चा में बाबा बागेश्वर
बाबा बागेश्वर के इस बयान ने एक बार फिर हिंदू राष्ट्र के मुद्दे को राष्ट्रीय चर्चा का विषय बना दिया है। उनके समर्थक इसे एक साहसिक कदम मान रहे हैं, जबकि आलोचक इसे सामाजिक सौहार्द के लिए खतरा बता रहे हैं। बिहार में उनकी सभा में भारी भीड़ और उत्साह यह दर्शाता है कि उनके विचारों का एक बड़ा वर्ग समर्थन करता है।