संघ और भाजपा के बीच मंथन जारी
सूत्रों के मुताबिक संघ और भाजपा के बीच अभी तय नहीं हो पाया है कि अध्यक्ष किस वर्ग और देश के किस हिस्से का होगा। इस बार दक्षिण से अध्यक्ष बनाने के सवाल पर कहा जा रहा है कि इस वक्त संगठन महामंत्री, युवा मोर्चा, ओबीसी मोर्चा और महिला मोर्चा चारों पदों पर दक्षिण भारत के चेहरे हैं। ऐसे में यही स्थिति रही तो राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद गैर-दक्षिण चेहरे को मिलेगा।अभी कोई नाम तय नहीं
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मीडिया भले ही दो साल से तमाम नामों पर अटकलें लगा रहा हो, लेकिन सच तो ये है कि अभी तक कोई भी नाम तय नहीं है। संभावित नामों पर चर्चा जरूर हुई है, लेकिन अभी तीन नामों का पैनल भी तय नहीं हुआ है। बिहार चुनाव नए अध्यक्ष के नेतृत्व में ही होगा, इस बात की जरूर गारंटी है।पैरों में गिरकर गिड़गड़ाई…फिर भी नहीं रूके, वो मुझे खींचकर रूम में ले गए: दहला देगी कोलकाता गैंगरेप पीड़िता की आपबीती
ये नाम हैं रेस में आगे
शिवराज सिंह चौहान: भाजपा अध्यक्ष पद को लेकर शिवराज सिंह चौहान का नाम सबसे आगे चल रहा है। शिवराज मोदी सरकार में कृषि मंत्री हैं। वह चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। वह 6 बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। शिवराज का पार्टी संगठन में अच्छी पकड़ मानी जाती है। वह OBC कैटेगरी से आते हैं। RSS के साथ भी शिवराज के अच्छे संबंध हैं।‘कांटा लगा’ फेम शेफाली जरीवाला का निधन, 42 साल की उम्र में ली आखिरी सांस
धर्मेंद्र पधान: धर्मेंद्र प्रधान वर्तमान में केंद्रीय शिक्षा मंत्री है। वह ओडिशा से आते हैं। जहां बीजेपी ने पहली बार अपने दम पर सरकार बनाई है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के भरोसेमंद माने जाते हैं। प्रधान OBC समुदाय से आते हैं। उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि ABVP से जुड़ी है।