कौन है पराग जैन?
इससे पहले पराग जैन चंडीगढ़ के एसएसपी के रूप में कार्य कर चुके हैं और कनाडा और श्रीलंका में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। पराग जैन जम्मू-कश्मीर में भी तैनात रहे हैं, जहां उन्होंने संघर्षग्रस्त केंद्र शासित प्रदेश में केंद्र की आतंकवाद विरोधी रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे चंडीगढ़ के एसएसपी और लुधियाना के डीआईजी भी रह चुके हैं।
ऑपरेशन सिंदूर में निभाई अहम भूमिका
पराग जैन लंबे समय से रॉ के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में अहम भूमिका निभाई, जिसने उनकी खुफिया और रणनीतिक कौशल को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर किया। इसके अलावा, पराग जैन ने अनुच्छेद 370 को हटाने और बालाकोट एयरस्ट्राइक जैसे महत्वपूर्ण ऑपरेशनों में भी योगदान दिया है। उनकी विशेषज्ञता विशेष रूप से पाकिस्तान डेस्क को संभालने में रही है, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की स्थिति को मजबूत करने में मदद की।
सुरक्षा को और मजबूत करने में माना जा रहा कदम
बता दें कि पराग जैन का अनुभव, विशेष रूप से आतंकवाद विरोधी और सीमा-पार खुफिया संचालन में, उन्हें इस भूमिका के लिए आदर्श बनाता है। उनकी नियुक्ति को भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन में निभाई भूमिका
बता दें कि पराग जैन ने पंजाब में ड्यूटी के दौरान आंतकवादी विरोधी कई ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कनाड़ा-श्रीलंका में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है। पराग जैन ने कनाडा में तैनाती के दौरान खालिस्तान समर्थक नेटवर्क को उजागर किया था।