भारत ने नहीं खोया कोई राफेल जेट
एरिक ट्रैपियर ने फ्रांसीसी वेबसाइट एवियन चेस को दिए एक बयान में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान युद्ध में भारत ने कोई राफेल जेट नहीं खोया। उन्होंने स्पष्ट किया कि एक राफेल जेट का नुकसान जरूर हुआ, लेकिन यह एक प्रशिक्षण मिशन के दौरान 12,000 मीटर की ऊंचाई पर तकनीकी खराबी के कारण हुआ, न कि दुश्मन की गोलीबारी से।
किसी नुकसान का नहीं मिला सबूत
ट्रैपियर ने कहा कि राफेल के स्पेक्ट्रा इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम ने कोई शत्रुतापूर्ण गतिविधि दर्ज नहीं की, और फ्लाइट लॉग्स में भी युद्ध में किसी नुकसान का कोई सबूत नहीं मिला।
‘100 से अधिक आतंकवादी मारे गए’
इससे पहले भारत के रक्षा सचिव आरके सिंह ने सोमवार को सीएनबीसी टीवी18 से कहा कि यह कहना गलत है कि राफेल जेट को पाकिस्तानी वायुसेना ने मार गिराया। उन्होंने समाचार आउटलेट से कहा, “आपने राफेल शब्द का बहुवचन में इस्तेमाल किया है, मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि यह बिल्कुल सही नहीं है। पाकिस्तान को भारत की तुलना में कई गुना अधिक मानवीय और भौतिक नुकसान उठाना पड़ा है, और 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं।
पाकिस्तान ने किया था दावा
बता दें कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने दावा किया था कि पाकिस्तानी वायुसेना ने चीनी निर्मित जे-10सी विमानों से पीएल-15ई मिसाइलों का उपयोग करके भारतीय राफेल जेट्स को मार गिराया। हालांकि, पाकिस्तान ने इन दावों के समर्थन में कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने किया ऑपरेशन सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य 22 अप्रेल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देना था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। भारतीय वायुसेना ने सटीक हमलों के जरिए जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को नष्ट किया था।