कैंपस में काउंसलिंग सत्र के लिए आई थी छात्रा
पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने हरिदेवपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की, जिसमें बताया गया कि वह कैंपस में काउंसलिंग सत्र के लिए आई थी। वहां उसे पिज्जा और कोल्ड ड्रिंक ऑफर किया गया, जिसके बाद वह बेहोश हो गई। होश में आने पर उसे यौन उत्पीड़न का अहसास हुआ, जिसके बाद उसने तुरंत अपने एक दोस्त से संपर्क किया और पुलिस स्टेशन पहुंचकर शिकायत दर्ज की।
आरोपी सेकंड ईयर का स्टूडेंट
आरोपी, जो IIM का द्वितीय वर्ष का छात्र है, को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान परमानंद तोप्पाउनवार के रूप में हुई है, जो बेंगलुरु का निवासी बताया जा रहा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कैंपस के सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की जा रही है। साथ ही, छात्रों और गवाहों से पूछताछ की जा रही है।
सुरक्षा पर सवाल
यह घटना दक्षिण कोलकाता लॉ कॉलेज में 25 जून को हुई एक अन्य गैंगरेप की घटना के ठीक दो सप्ताह बाद सामने आई है, जिसके बाद कोलकाता पुलिस ने शैक्षणिक संस्थानों में सुरक्षा को लेकर विशेष दिशा-निर्देश जारी किए थे। इसके बावजूद, इस घटना ने कैंपस सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि उसे विजिटर लॉग में अपना नाम दर्ज करने से रोका गया, जिसे उसने संदिग्ध माना, लेकिन आरोपी पर भरोसा होने के कारण वह हॉस्टल के अंदर चली गई।
आरोपी पर मामला दर्ज
पुलिस ने भारतीय नवसनान संहिता (BNS) की धारा 64 (दुष्कर्म) और धारा 123 (हानिकारक पदार्थ देकर अपराध करने की मंशा) के तहत मामला दर्ज किया है। मेडिकल जांच के बाद दुष्कर्म की पुष्टि होने की प्रतीक्षा है।
शैक्षणिक संस्थानों में बढ़ती असुरक्षा
यह घटना कोलकाता के शैक्षणिक संस्थानों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई है। दक्षिण कोलकाता लॉ कॉलेज में हुई पिछली घटना, जहां एक 24 वर्षीय छात्रा के साथ गैंगरेप हुआ था, ने पहले ही राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाए थे। अब IIM जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में इस तरह की घटना ने समाज में आक्रोश पैदा कर दिया है।
कड़ी सजा की मांग
पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने कहा कि वे इस मामले में तेजी से कार्रवाई कर रहे हैं और दोषी को कड़ी सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। IIM प्रशासन को भी जांच में शामिल किया गया है और कैंपस सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है।