एक ही स्लोगन में दिया सब के लिए मैसेज
बिहार में नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा का स्लोगन बिल्कुल 2015 के विधानसभा चुनाव जैसा ही है। प्रशांत किशोर ने यह नारा तब नीतीश कुमार के चुनाव कैंपेन की निगरानी करते समय दिया था। JDU का नया स्लोगन है, ‘जब बात बिहार की हो, नाम सिर्फ नीतीश कुमार का हो’ और तब का नारा था, ‘बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार हैं।’ बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार ने एक ही तीर से सारे निशाने साध लिये हैं। एक ही स्लोगन में सभी के लिए मैसेज है। JDU में इधर-उधर ताक-झांक कर रहे अपने नेताओं के लिए भी, BJP नेता अमित शाह के लिए भी, तेजस्वी यादव के लिए भी और फिलहाल INDIA ब्लॉक में लालू यादव के लिए भी।
BJP-JDU ने कसी कमर
भाजपा के एक नेता बताते हैं कि NDA में शामिल दल साझा कार्यक्रम चलाकर केंद्र और प्रदेश सरकार के कार्यों को गांव – गांव तक और घर – घर तक पहुंचाने की योजना बन रहे हैं। भाजपा के प्रवक्ता और पूर्व विधायक मनोज शर्मा ने बताया कि भाजपा विकास के मुद्दे पर ही चुनाव मैदान में उतरेगी। उन्होंने कहा, “हमारे पास विकास को लेकर बताने के लिए बहुत कुछ है और विकास के मुद्दे पर ही हम चुनाव मैदान में उतरेंगे।” जानकारी के मुताबिक, BJP की कोर कमेटी की बैठक में इस पर खासी चर्चा की गई है। JDU ने भी रविवार को कर्पूरी रथ और नारी शक्ति रथ को प्रदेश कार्यालय से रवाना किया। यह रथ प्रदेश के गांव-गांव में जाकर नीतीश सरकार की उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार करेगा। साथ ही मतदाताओं को जागरूक करेगा। LDU प्रवक्ता नीरज कुमार के अनुसार, इस रथ का उद्देश्य बिहार में पिछड़े, अति पिछड़ों और महिलाओं के कल्याण और प्रगति के लिए किए गए कार्यों को घर-घर पहुंचाना है।