प्रियंका की भूमिका सिर्फ एक दोस्त तक सीमित थी
जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि प्रियंका की भूमिका सिर्फ एक दोस्त तक सीमित थी या वह भी किसी तरह जासूसी में शामिल थी। प्रियंका सेनापति ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में सफाई देते हुए लिखा, ‘ज्योति मेरी सिर्फ एक दोस्त थी और हमारी मुलाकात यूट्यूब के माध्यम से हुई थी। मुझे उनके ऊपर लगे आरोपों की कोई जानकारी नहीं थी। अगर मुझे पता होता कि वह देश के खिलाफ जासूसी कर रही हैं, तो मैं कभी संपर्क में नहीं रहती।’ प्रियंका ने आगे कहा कि वह जांच में पूरा सहयोग करेंगी।
पाकिस्तान कर रहा भारत के सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों को रिक्रूट करने की कोशिश
उधर, हिसार एसपी शशांक कुमार सावन ने बताया कि पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (PIO) भारत के कुछ सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों को रिक्रूट करने की कोशिश कर रहे हैं। ज्योति भी पीआइओ के संपर्क में थी। ज्योति को एक एसेट के तौर पर तैयार किया जा रहा था। वह दूसरे यूट्यूब इंफ्लुएंसरों के संंपर्क में भी थी।
प्रियंका के पिता ने दी सफाई
प्रियंका के पिता राजकिशोर सेनापति ने मीडिया को बताया कि उनकी बेटी और ज्योति मल्होत्रा के बीच दोस्ती थी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह जांच में पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे। राजकिशोर सेनापति ने बताया कि प्रियंका कुछ महीने पहले पाकिस्तान के करतारपुर गई थी, लेकिन वह किसी मल्होत्रा के साथ नहीं, बल्कि अपनी एक और दोस्त के साथ गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी बेटी ने पाकिस्तान का दौरा वीजा लेकर किया था, यानी कानूनी रूप से। उन्होंने साफ कहा, “मेरी बेटी का किसी भी देश विरोधी गतिविधि से कोई लेना-देना नहीं है। उसे ज्योति मल्होत्रा की जासूसी वाली बातों की कोई जानकारी नहीं थी।”