मानसून सत्र के तीसरे दिन की शुरुआत होते ही लोकसभा में गहमा-गहमी शुरू हो गई। हंगामे के कारण अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही स्थगित कर दी।
क्या बोले लोकसभा स्पीकर?
विपक्ष के रवैये पर आपत्ति जताते हुए अध्यक्ष ने कहा कि देश आपके व्यवहार और आचरण को देख रहा है। मुझे बैनर लाने वाले सदस्यों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करनी होगी। यह सदन चर्चा और संवाद के लिए है, नारेबाजी के लिए नहीं। सदन की मर्यादा बनाए रखें। विपक्ष की नारेबाजी के बीच राज्यसभा की कार्यवाही भी बाधित हुई और बाद में दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी नेता यह मांग कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री दोनों सदनों और राष्ट्र को महत्वपूर्ण मुद्दों पर संबोधित करें।
जिनमें पहलगाम आतंकवादी हमला और आगामी विधानसभा चुनावों से पहले बिहार में चुनाव आयोग द्वारा की जा रही एसआईआर प्रक्रिया शामिल है।
ये है विपक्ष की मांग
विपक्ष की यह भी मांग है कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच ‘युद्धविराम’ करने के बार-बार किए गए दावों पर प्रतिक्रिया दें। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने बुधवार को आगामी विधानसभा चुनावों से पहले बिहार में चुनाव आयोग द्वारा की जा रही मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया पर चर्चा के लिए लोकसभा में एक स्थगन प्रस्ताव पेश किया।
अपने नोटिस में, टैगोर ने एसआईआर प्रक्रिया को ‘खतरनाक और असंवैधानिक’ करार दिया। उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार पर चुनाव आयोग का ‘इस्तेमाल’ करके बिहार में गरीबों और हाशिए पर पड़े समुदायों को मताधिकार से वंचित करने का आरोप लगाया।
उधर, राज्यसभा सांसद संतोष कुमार पी, अखिलेश प्रसाद सिंह, सैयद नसीर हुसैन, रानानी अशोकराव पाटिल और रंजीत रंजन ने भी बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तत्काल मामले पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव प्रस्तुत किए।
इसके अलावा, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी ट्रंप के दावे को लेकर सवाल खड़े किए। राहुल गांधी ने कहा कि ट्रंप आखिर इतनी बार यह बात क्यों कह रहे हैं?