प्रसाद के लिए 42 करोड़ रुपए का फंड जारी
सीएम ने पहली रथयात्रा के मौके पर शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ का प्रसाद घर-घर पहुंचाने की घोषणा की। इसके लिए 42 करोड़ रुपए का फंड जारी करते हुए सरकारी एजेंसी हिडको को प्रसाद वितरण की जिम्मेदारी दी गई। सरकारी राशन की दुकानों से 4 जुलाई तक प्रसाद वितरण की तैयारी है। हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण रोकने की कोशिश
सीएम ममता और उनकी पार्टी टीएमसी के खिलाफ भाजपा मुस्लिम तुष्टीकरण का काफी समय से आरोप लगाती रही है। इस आरोप के कारण हिंदु वोटों का ध्रुवीकरण होता रहा है। हिंदुओं के एक वर्ग में ममता को लेकर नाराजगी भी पनपती रही है। सूत्रों का कहना है कि अगले साल होने वाले चुनाव से पहले ममता बनर्जी प्रसाद वितरण के जरिए भाजपा की ओर से लगाए गए हिंदू विरोधी होने का टैग हटाना चाहती है। इसी प्रयास में मंदिर निर्माण के बाद अब प्रसाद वितरण का दांव चला गया है।
मंदिर पर राजनीति कर रहीं ममताः भाजपा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दीघा मंदिर को राजनीति का केंद्र बना रहीं हैं, जबकि वो सांस्कृतिक केंद्र हैं। ममता हलाल प्रसाद बांट रहीं हैं, यह स्वीकार्य नहीं है। भाजपा का आरोप है कि मुस्लिमों की दुकानों से प्रसाद तैयार कराया जा रहा है।