‘जेल में बैठकर चुनाव जीतना आसान है’
पीठ ने कहा कि जेल में बैठकर चुनाव जीतना आसान है। ऐसे सभी लोगों को चुनाव लड़ने से रोक दिया जाना चाहिए। AIMIM प्रत्याशी के वकील ने कहा कि ताहिर हुसैन का नामांकन स्वीकार कर लिया गया है। दिल्ली हाई कोर्ट ने 14 जनवरी को ताहिर हुसैन को नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए कस्टडी पैरोल दी थी। दिल्ली दंगों का आरोपी है ताहिर हुसैन
बता दें कि ताहिर हुसैन 2020 के दिल्ली दंगे के आरोपियों में से एक है। इस दंगे में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। AIMIM से पहले ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी में थे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर एआईएमआईएम ने ताहिर हुसैन को मुस्तफाबाद से प्रत्याशी बनाया। हुसैन को दिल्ली उच्च न्यायालय ने चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए कस्टडी पैरोल दी थी। हालांकि ताहिर हुसैन ने चुनाव तक जेल से बाहर रहने के लिए जमानत मांगी थी जिसे कोर्ट ने ठुकरा दिया था।
मुस्लिम वोटों पर AIMIM की है नजर
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में मुस्लिम वोटरों पर एआईएमआईएम की पार्टी की नजर है। दरअसल, मुस्तफाबाद मुस्लिम बहुल सीट है। इसके अलावा करावल नगर से AIMIM ने इशरत जहां को उम्मीदवार बनाया है। ओवैसी की पार्टी भले ही दिल्ली की सभी सीटों पर चुनाव नहीं लड़ रही है, लेकिन मुस्लिम वोटरों पर पार्टी की नजर है। इशरत जहां और ताहिर हुसैन दोनों ही चर्चित चेहरे हैं। 5 फरवरी को होगा मतदान
दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में 5 फरवरी को मतदान होगा। विधानसभा चुनाव के परिणाम 8 फरवरी को घोषित होंगे। प्रमोद तिवारी ने बीजेपी और आप पर लगाया आरोप, देखें वीडियो…