तमिलनाडु में मेरी बैठक में ना ही ग्रामीण विकास मंत्री आए और ना ही…
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने तमिलनाडु से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, मैं एक बार कृषि विभाग के कार्य और एक बार ग्रामीण विकास के कार्य से तमिलनाडु गया। दोनों बार ना तो वहां के ग्रामीण विकास मंत्री मेरी बैठक में आए और ना ही कृषि मंत्री बैठक में आए। मैं कोई आरोप नहीं लगा रहा हूं।
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शिवराज सिंह ने बेबाकी से कहा कि एक प्रधानमंत्री हुए थे, जो बहुत मजबूर थे, वह कहते थे कि एक रुपया भेजता हूं तो केवल 15 पैसा पहुंचता है, पर यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार है। हर साल 3 किस्तों में 6000 सीधे किसानों के खाते में जाते है, कोई गड़बड़ नहीं कर सकता।
शिवराज सिंह ने पीएम मोदी के कार्यों की तारीफ की
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रत्येक पात्र किसान को पीएम किसान निधि योजना का लाभ मिलें, इसके लिए कई उपाय किए हैं। पीएम किसान पोर्टल और मोबाइल एप विकसित किया है। इसके साथ ही पात्र किसानों के नाम जोड़ने के लिए तीन अभियान चलाए हैं। चौथा अभियान हम 15 अप्रैल से पुनः प्रारंभ करेंगे।
तमिलनाडु के किसानों को बताया कैसे करें आवेदन?
तमिलनाडु में भी कोई पात्र किसान बचा हो तो राज्य सरकार पोर्टल में अपडेट कर दें। आवेदन ऑनलाइन कॉमन सर्विस सेंटर से उनका अपलोड कर दें, उनके नाम निश्चित तौर पर जोड़ दिए जाएंगे। तमिलनाडु के ऐसे लगभग 14000 किसान हैं, तमिलनाडु सरकार छानबीन करके भेज दें ताकि इन सभी के नाम जोड़ दिए जाएं। दिल्ली से एक दिन की देरी भी नहीं होगी।