जेपी नड्डा ने कहा कि ICMR और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के पास उपलब्ध श्वसन वायरस के लिए देश के आंकड़ों की भी समीक्षा की गई है और भारत में किसी भी सामान्य श्वसन वायरल रोगजनकों में कोई उछाल नहीं देखा गया है। स्थिति की समीक्षा के लिए 4 जनवरी को स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक की अध्यक्षता में संयुक्त निगरानी समूह की बैठक हुई। देश की स्वास्थ्य प्रणालियां और निगरानी नेटवर्क सतर्क हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि देश किसी भी उभरती स्वास्थ्य चुनौतियों का तुरंत जवाब देने के लिए तैयार है। चिंता करने की कोई बात नहीं है। हम स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं।”
HMPV वायरस से बचने के लिए करें यह उपाय
आप इन चरणों का पालन करके एचएमपीवी और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं: -कम से कम 20 सेकंड तक साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें
-खांसते या छींकते समय अपना मुंह और नाक ढकें
-मास्क पहनने पर विचार करें और बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचें
-बिना धुले हाथों से अपनी आँखें, नाक और मुँह को छूने से बचें
-यदि आप बीमार हैं तो खुद को अलग रखें
-पहले से ही फेफड़ों की बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए और सभी सावधानियों का पालन करना चाहिए।