scriptबंगाल में क्या हैं एचएमपीवी को लेकर हालात, जानें सीएम ममता के हवाले से | Patrika News
कोलकाता

बंगाल में क्या हैं एचएमपीवी को लेकर हालात, जानें सीएम ममता के हवाले से

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ह्यूमन मेटाप्न्यूमोवायरस (एचएमपीवी) को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है। राज्य मुख्य सचिव मनोज पंत ने इस पर गाइडलाइन जारी कर दी है। अगर केन्द्र से कोई नई गाइडलाइन आती है, तो राज्य सरकार उसका भी पालन करगी। दूसरी ओर राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कोलकाता सहित राज्य के पांच मेडिकल कॉलेजों, हावड़ा, हुगली के साथ उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिले के अस्पतालों में एचएमपीवी से संक्रमित बच्चों और बुजुर्गों के इलाज के लिए अलग व्यवस्था करने को कहा है।

कोलकाताJan 07, 2025 / 09:54 pm

Rabindra Rai

बंगाल में क्या हैं एचएमपीवी को लेकर हालात, जानें सीएम ममता के हवाले से

बंगाल में क्या हैं एचएमपीवी को लेकर हालात, जानें सीएम ममता के हवाले से

घबराने की जरूरत नहीं, सरकार पूरी तरह तैयार

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ह्यूमन मेटाप्न्यूमोवायरस (एचएमपीवी) को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है। राज्य मुख्य सचिव मनोज पंत ने इस पर गाइडलाइन जारी कर दी है। अगर केन्द्र से कोई नई गाइडलाइन आती है, तो राज्य सरकार उसका भी पालन करगी। दूसरी ओर राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कोलकाता सहित राज्य के पांच मेडिकल कॉलेजों, हावड़ा, हुगली के साथ उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिले के अस्पतालों में एचएमपीवी से संक्रमित बच्चों और बुजुर्गों के इलाज के लिए अलग व्यवस्था करने को कहा है। इसके अलावा आईडी अस्पताल और एमआर बांगुड़ में इसकी व्यवस्था करने को कहा गया है। सीएम ने राज्य में अभी एक भी मामला नहीं पाए जाने का दावा किया और लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की। उन्होंने बताया कि कोलकाता में एचएमपीवी से संक्रमित एक बच्चा अब पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुका है। अब कोई इस वायरस से संक्रमित नहीं है। फिर भी राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत ने पहले ही इस संबंध में बैठक की और एहतियाती कदम उठाए हैं। सीएम सोमवार को गंगासागर मेले दौरे के दौरान संवाददाताओं से बातचीत कर रही थीं। उन्होंने कहा कि यहां, ऐसा कोई मामला प्रकाश में आने पर जानकारी दी जाएगी। कोरोना काल में राज्य सरकार की तैयारियों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

बांग्लादेश में भारतीय मछुआरों को डंडे से पीटा

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश की जेल से रिहा हुए 95 भारतीय मछुआरों का सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार ने 94 भारतीय मछुआरों को 10-10 हजार रुपए दिए और ट्रॉलर से कूदकर जान गंवाने वाले मछुआरे के परिवार को दो लाख रुपए दिए। भारत-बांग्लादेश के बीच कैदियों की अदला-बदली के तहत इन्हें छोड़ा गया। सभी पश्चिम बंगाल के हैं। गंगासागर में आयोजित अभिनंदन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश में कुछ भारतीय मछुआरों को डंडों से पीटा गया। मैंने देखा कि बांग्लादेश से लौटे मछुआरे क्यों तकलीफ में हैं। पूछने पर पता चला कि कुछ के हाथ रस्सियों से बंधे हुए थे और पैरों पर डंडों से मारा गया। उन्हें कमर से नीचे तक चोटें लगी हैं। उन लोगों ने मुझे रोते हुए आपबीती बताया। मैं कलक्टर से उनकी उचित चिकित्सा मुहैया कराने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस और अन्य के माध्यम से हमें पता चला कि गलती से बांग्लादेश सीमा में जाने के बाद मछुआरे लापता हो गए। बाद में उनकी गिरफ्तारी की खबर मिली। दोनों देश एक दूसरे के संपर्क में थे और कानून की मदद से उन्हें जेल में रखने की व्यवस्था की गई। आज वे परिवार के साथ हैं और उनके परिवार मुस्कुरा रहे हैं लेकिन, पिछले दो महीनों से इनको लेकर अनिश्चितता बनी हुई थी। अब से बंगाल के मछुआरे समुद्र में मछली पकड़ते समय सीमा पार नहीं करें।

जान गंवाने वाले मछुआरे के परिवार को दो लाख

मकर संक्रांति के अवसर पर दक्षिण 24 परगना जिले के सागर में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध गंगासार मेले की तैयारी देखने सागरद्वीप पहुंचीं ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल सरकार ने ट्रॉलर से कूदकर जान गंवाने वाले मछुआरे के परिवार को दो लाख रुपए दिए गए। उन्होंने कहा कि कभी-कभी बांग्लादेश के ट्रॉलर भी रास्ता भूलकर भारतीय सीमा में चले आते हैं। पिछले दिनों एक बांग्लादेशी ट्रॉलर भारतीय सीमा में आ गया था। उस पर सवार कुछ मछुआरे अस्वस्थ थे। हमने उनका इलाज करवाया और उन्हें अच्छी तरह से रखा ताकि हमारे देश और बंगाल का नाम खराब नहीं हो। अंत में, दोनों देशों ने एक-दूसरे के नागरिकों को सौंप दिया।

Hindi News / Kolkata / बंगाल में क्या हैं एचएमपीवी को लेकर हालात, जानें सीएम ममता के हवाले से

ट्रेंडिंग वीडियो