Heat Wave: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप जारी है। इसी बीच मौसम विभाग ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अगले तीन दिन तक हीट वेव को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक नरेश कुमार ने कहा दिल्ली के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अगले 2-3 दिनों तक हीटवेव जारी रहने का अनुमान है। उसके बाद बारिश की गतिविधि के कारण तापमान में गिरावट आ सकती है। वहीं लोगों को सावधानी बरतने की भी सलाह दी है। ऐसे में आइए आसान भाषा में समझते हैं कि कितना तापमान होने पर हीटवेव की घोषणा होती है।
हीट वेव (Heat Wave) एक ऐसी मौसमी स्थिति है जिसमें किसी क्षेत्र में सामान्य से बहुत अधिक तापमान लंबे समय तक बना रहता है। यह आमतौर पर गर्मी के मौसम में होती है, जब तापमान असामान्य रूप से उच्च हो जाता है और कई दिनों तक बना रहता है।
कब जारी होती है हीट वेव
हीट वेव जारी करने के लिए अलग-अलग इलाकों के लिए अलग-अलग तापमान होता है। इसके लिए मौसम विभाग ने एक मानदंड तय किया हुआ है। मैदानी क्षेत्र में किसी स्टेशन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तापमान, तटीय क्षेत्र में 37 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तापमान और पहाड़ी क्षेत्र में 30 डिग्री या उससे अधिक तापमान होने और सामान्य तापमान से 4.5°C से 6.4°C की बढ़ोतरी होने पर हीट वेव मानी जाती है और भीषण हीट वेव तब मानी जाती है जब सामान्य सामान्य तापमान से 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक की बढ़ोतरी हो।
वास्तविक तापमान के आधार पर हीटवेव की घोषणा
वहीं वास्तविक अधिकतम तापमान के आधार पर उष्ण लहर तब घोषित की जाती है जब वास्तविक अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो। वहीं भीषण उष्ण लहर तब घोषित की जाती है जब वास्तविक तापमान 47 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो।