समाज कल्याण विभाग के सचिव भी बदले
दिल्ली की रेखा सरकार की संस्तुति पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 2008 बैच के आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार और चंचल यादव का भी ट्रांसफर किया है। इसके अलावा आबकारी विभाग में बतौर आयुक्त 2009 बैच के सचिन शिंदे और समाज कल्याण विभाग के सचिव विनोद पी. कावले का भी तबादला किया गया है। इनके साथ ही कृष्ण मोहन उप्पू को भी दिल्ली से बाहर भेजा गया है। इन अधिकारियों को क्रमशः मिजोरम, अंडमान निकोबार द्वीप समूह और पुडुचेरी जैसे केंद्र शासित प्रदेशों में तैनात किया गया है।
कुछ अधिकारियों की वापसी दिल्ली में
दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में लौटी भाजपा सरकार ने जहां कई अधिकारियों का दिल्ली से बाहर ट्रांसफर किया है। वहीं कुछ अधिकारियों को केंद्र शासित प्रदेशों से वापस दिल्ली बुलाया भी है। इनमें अंडमान निकोबार द्वीप समूह से 2000 बैच की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी दिलराज कौर का नाम शामिल है। इसके अलावा 2004 बैच के पांडुरंग के. पोले और 2005 बैच के विजय कुमार बिधूड़ी को भी दिल्ली बुलाया गया है। ये दोनों अधिकारी जम्मू और कश्मीर में तैनात थे।्र नए अधिकारियों को सौंपी नई जिम्मेदारियां
दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने 2020 और 2021 बैच के युवा आईएएस अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी हैं। इनमें 2020 बैच की श्रेया सिंघल, 2021 बैच की महिमा मदान और 2021 बैच के अनंत द्विवेदी को दिल्ली से स्थानांतरित कर जम्मू एवं कश्मीर भेजा गया है। इसके अलावा दिल्ली और अन्य केंद्र शासित प्रदेशों में कार्यरत कई आईपीएस अधिकारियों का भी तबादला किया गया है। इनमें से कुछ अधिकारी दिल्ली के विभिन्न जिलों में डीसीपी (उपायुक्त पुलिस) के पद पर कार्यरत थे। 2001 बैच के बी शंकर जायसवाल, 2003 बैच के केशव राम चौरसिया, 2006 बैच के पुष्पेंद्र कुमार और 2009 बैच के अशोक मलिक प्रमुख नाम हैं। इसके अलावा, 2012 बैच के देवेश कुमार महाल, 2013 बैच के सुरेंद्र चौधरी और अपूर्वा गुप्ता, 2020 बैच के अनुराग द्विवेदी, 2021 बैच के ऋषि कुमार, नित्या राधा कृष्ण और के एम प्रियंका को भी नई जिम्मेदारियां दी गई हैं।
आम आदमी पार्टी ने कसा करारा तंज
दिल्ली में गृह मंत्रालय के अधिकारियों को इधर-उधर करने पर आम आदमी पार्टी ने दिल्ली सरकार पर करारा तंज कसा है। शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक सौरभ भारद्वाज ने कहा “दिल्ली से LG के लाडले अफसरों का इसलिए ट्रांसफर हो रहा है, क्योंकि पिछले दो साल से पिछली सरकार कह रही थी कि अफ़सर बीजेपी की मदद करने के लिए षड्यंत्र के तहत दिल्ली सरकार के कामों को रोक रहे थे।” सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा “AC Verma ने आम आदमी पार्टी की सरकार में DJB के Projects का हजारों करोड़ का पैसा रोका। बुजुर्गों की पेंशन, मोहल्ला क्लीनिक के स्टाफ समेत कई विभागों के कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन तक रोकी गई। अब BJP की सरकार है तो एसी वर्मा को तकलीफ़ है कि अब वो कैसे इन कामों को अनुमति दें जिन्हें अनाप शनाप बातें फाइल में लिखकर रोका था। इसी तरह स्वास्थ्य सचिव दीपक वर्मा ने भी यही किया था। अगर अब वो बीजेपी सरकार को इन कामों के लिए पैसा देते हैं तो वो जेल में जायेंगे। वो जेल में नहीं जाये इसलिए LG के लाडले इन अफसरों का ट्रांसफर करके दिल्ली से बाहर भेजा जा रहा है।”