दरअसल, बिहार में महागठबंधन में शामिल कांग्रेस और राजद सत्ता में लौटने की कोशिश में है। लोकसभा चुनाव के नतीजों से महागठबंधन को उम्मीद बंधी है, लेकिन सेना के ऑपरेशन सिंदूर और केंद्र सरकार की जाति जनगणना की घोषणा से महागठबंधन की चुनौती बढ़ गई है। राहुल गांधी को इसकी जानकारी है, जिसके चलते जाति जनगणना के मुद्दे को नए तरीके से उठा रहे हैं।
‘ जिस दिन भाजपा ने कराई असली जाति जनगणना, उस दिन उनकी राजनीति समाप्त”
बिहार के राजगीर में संविधान सुरक्षा सम्मेलन में राहुल ने कहा कि मोदी सरकार कभी भी असली जातिगत जनगणना नहीं करवाएगी, क्योंकि जिस दिन इन्होंने असली जातिगत जनगणना कर ली, उस दिन इनकी राजनीति खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना के दो मॉडल हैं, पहला भाजपा वाला मॉडल और दूसरा तेलंगाना का मॉडल। भाजपा के मॉडल में बंद कमरे में अफसरों ने सवाल तय किए, जिनमें 90% आबादी का कोई नहीं था। वहीं, तेलंगाना में हमने दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और उनके एसोसिएशन से कहा कि हम जातिगत जनगणना करवाने जा रहे हैं- आप कैसे सवाल चाहते हैं? हमें हर वर्ग के लोगों ने अलग तरह के सवाल दिए। करीब 3 लाख लोगों ने खुली बैठकों में जातिगत जनगणना के सवाल तैयार किए हैं।
तेलंगाना में हमने गिराई आरक्षण सीमा की 50 फीसदी की दीवार
राहुल ने कहा कि हमने तेलंगाना में जातिगत सर्वे किया और अगले ही दिन तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने वो 50% की दीवार गिरा दी, क्योंकि डाटा देखते ही मुख्यमंत्री को पता चल गया कि ये गलत हो रहा है। हमारी जहां भी सरकार बनेगी, हम आरक्षण में 50% की दीवार को तोड़ गिराएंगे।
मोदी कुछ नहीं बोल रहे
राहुल ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने 11 बार कहा है- मैंने नरेंद्र मोदी को सरेंडर करवा दिया। लेकिन नरेंद्र मोदी कुछ बोल ही नहीं पा रहे हैं, ये तक नहीं कह पा रहे कि ट्रंप ने झूठ कहा है, क्योंकि यही सच्चाई है।
महिलाओं को गारंटी
राहुल ने गया जी में महिला सम्मेलन में महिलाओं से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि समाज को महिलाएं चलाती हैं, लेकिन देश में महिलाओं को जितनी भागीदारी मिलनी चाहिए, वह नहीं मिलती है। सरकार बनने पर हम हर महीने बिहार की गरीब महिलाओं को 2,500 रुपए देंगे।