मनीष सिसोदिया की फोटो दिखाकर लगाया बड़ा आरोप
मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक फोटो दिखाते हुए कहा “अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने खुद को बेताज बादशाह घोषित कर लिया है। मनीष सिसोदिया पंजाब के अधिकारियों की सीएम भगवंत सिंह मान की तरह बैठकें ले रहे हैं। यह फोटो कल की है। जिसमें दिल्ली से हारे हुए पूर्व विधायक मनीष सिसोदिया मुख्यमंत्री की तरह पंजाब भवन में अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। इससे साबित होता है कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ही पंजाब की सरकार चला रहे हैं। दिल्ली में सैकड़ों करोड़ रुपये लेने के लिए शराब घोटाला किया गया था। अब वैसा ही शराब घोटाला पंजाब में भी किया गया है। जहां शराब तस्करों से सैकड़ों करोड़ रुपये ले लिए गए। पंजाब आज इसी का खामियाजा भुगत रहा है।”
पंजाब के सीएम ने दोषियों पर कार्रवाई का किया ऐलान
दूसरी ओर पंजाब के अमृतसर में नकली शराब पीने से 15 मजदूरों की मौत पर प्रशासन से लेकर सरकार तक खलबली मची है। पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि अमृतसर के मजीठा में निर्दोष लोगों की मौत के लिए दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि ये मौत नहीं, बल्कि हत्याएं हैं। पीड़ितों की मदद के लिए अमृतसर जिला प्रशासन ने कई मेडिकल टीमें तैनात की हैं। जो प्रभावित गांवों का दौरा कर रही हैं। घर-घर जाकर लोगों की जांच करने का आदेश दिया गया है। दूसरी ओर अमृतसर की डीसी साक्षी साहनी ने बताया कि नकली शराब के सेवन से मौत का शिकार हुए ज्यादातर लोग दिहाड़ी मजदूर थे। पुलिस को सोमवार देर रात हादसे की सूचना मिली। पुलिस उप महानिरीक्षक (बॉर्डर रेंज) सतिंदर सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी समेत करीब सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। आरोपियों की पहचान प्रभजीत सिंह, कुलबीर सिंह, साहिब सिंह, गुरजंत सिंह ओर निंदर कौर के रूप में हुई है। एसएसपी मनिंदर सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह को 50 लीटर मेथनॉल की आपूर्ति मिली है। इसे उसने हल्के मिश्रण के साथ दो-दो लीटर के पैक में बेचा है। पुलिस हर पैकेट का पता लगा रही है।
पंजाब डीजीपी ने डीएसपी और एसएचओ को किया सस्पेंड
इस मामले में पंजाब के डीजीपी ने सख्त एक्शन लेते हुए डीएसपी और एसएचओ को निलंबित किया है। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया “भारतीय न्याय संहिता (BNS) और आबकारी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत एक मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही डीएसपी सब-डिवीजन मजीठा और एसएचओ मजीठा को घोर लापरवाही के चलते निलंबित किया गया है। दोषियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू करने का आदेश दिया है। पंजाब पुलिस अवैध शराब के नेटवर्क को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही जिन लोगों ने अपनों को खोया है। पंजाब पुलिस उन परिवारों के साथ खड़ी है।”