सरकारी दफ्तरों में दिव्यांगों के अनुकूल सुविधाएं नदारद मप्र विकलांग मंच की अगुवाई में शुक्रवार को विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी और डीडीआरसी के कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, नगर निगम समेत अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान सदस्यों ने कहा कि कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक कार्यालय से लेकर अस्पताल तक दिव्यांगजनों के लिए ज्यादातर मूलभूत सुविधाएं अनुकूल नहीं है। न तो स्पेशल टॉयलेट है और न ही रैम्प पर रेलिंग लगी है। यहां तक पेयजल की व्यवस्था ठीक से नहीं है।
रैंप में स्टील की रेलिंग, स्पेशल टॉयलेट की सुविधा नहीं मध्य प्रदेश विकलांग मंच के आनंद मालाकार की अगुवाई में विभिन्न संगठनों के सदस्य सुगम्य यात्रा के तहत कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर कार्यालय में दिव्यांगों के लिए रैम्प और रेलिंग सुविधा अनुकूल नहीं है। एसपी ऑफिस में दिव्यांगों के लिए रैम्प रेलिंग और स्पेशल टॉयलेट की सुविधाएं नहीं मिली। सदस्यों ने कहा कि जिला अस्पताल में कुछ सुविधाएं हैं। रैम्प पर रेलिंग की व्यवस्था है। लेकिन लिफ्ट में ब्रेल टॉकिंग नहीं है। स्पेशल टाॅयलेट में सफाई नहीं है। अस्पताल का विजिट कर प्रतिवेदन देंगे। जिससे सुधार हो सके। इसी तरह नगर निगम समेत अन्य कार्यालयों में दिव्यांगों के लिए मूलभूत सुविधाएं अनुकूल नहीं है।
सुगम्य यात्रा निरीक्षण में इन संगठनों के पदाधिकारी निरीक्षण के दौरान आरजी सोनी प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांग एकता एवं कल्याण मंच, मदन चौधरी प्रदेश उपाध्यक्ष दिव्यांग एकता एवं कल्याण मंच, आनंद मालाकार, प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश गूजर मध्यप्रदेश विकलांग मंच, रविन्द्र चौहान अध्यक्ष प्रगति दिव्यांग सेवा समिति, विजय बिल्लौरे अध्यक्ष पुष्पक दास बैरागी, दिव्यांग गति शक्ति सेवा समिति, मंजू तंवर एडवोकेट मध्यप्रदेश विकलांग मंच समेत सामाजिक न्याय विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।