68 वर्षीय पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा, वैसे तो मैं ज्योतिषी नहीं हूं। फिर भी 2027 विश्व कप तक कई मैच होने हैं। उनकी फॉर्म और फिटनेस पर बहुत कुछ निर्भर करेगा। वर्तमान में कुछ भी कहना उचित नहीं है, लेकिन वह कप्तान और खिलाड़ी के तौर पर शानदार रहे हैं।
रोहित शर्मा के संन्यास के सवाल पर उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि लोगों ने उनके संन्यास को लेकर अटकलें क्यों लगाईं। यह गैरजरूरी था। उनके जैसे कद के खिलाड़ी को अपने भविष्य पर फैसला करने का अधिकार होना चाहिए। वह शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने वनडे में तीन डबल सेंचुरी लगाई। मैं उनके बारे में और क्या कह सकता हूं।
इस दौरान पूर्व मुख्य चयनकर्ता ने माना कि रोहित और विराट कोहली की मौजूदगी विरोधी टीमों का मनोबल गिरा देती है। दोनों बड़े मैच के खिलाड़ी है, टीम के लिहाज से यह बहुत महत्वपूर्ण है। वही, श्रेयस अय्यर के प्रदर्शन की भी उन्होंने जमकर सराहना की और कहा उसने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। हालाकि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 फाइनल में जिस तरह से वह आउट हुए मैं उससे खुश नहीं हूं। उन्हें अंत तक टिकना चाहिए था और मैच खत्म करना चाहिए था, फिर भी उन्हें अपनी क्षमता का एहसास करते देखकर खुशी हुई।
चैंपियंस ट्रॉफी की सफलता के लिए पूर्व क्रिकेटर ने अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति को भी श्रेय दिया, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरा निराशाजनक रहने के बावजूद रोहित शर्मा पर भरोसा बनाए रखा। पांच स्पिनरर्स के साथ खेलने का फैसला भी भारतीय टीम के लिए मास्टर स्ट्रोक साबित हुआ।