दुनिया के सामने इज्जत गंवाकर फिर इज्जत बनाने की कोशिश में जेलेंस्की अमरीका के साथ पुनः ‘मिनरल्स डील’ के लिए वहां जाने को तैयार है। यदि उन्हें अमरीका बुलाया गया तो? शायद यूरोप में भी उन्हें यही समझाया गया होगा कि अमरीका से विवाद करना उनके हित में नहीं है। ये भी हो सकता है कि यूरोप भी ऐसा नहीं चाहता होगा। एक बात और समझनी चाहिए कि जब जेलेंस्की अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प से मिलने ही इसलिए गए थे कि युद्व खत्म हो और किसी तरह वहां शान्ति स्थापित की जा सके। इस बारे में पहले ही डॉनल्ड ट्रंप और पुतिन के बीच कुछ तो बात हुई होगी युद्व-विराम के लिए। तभी तो ट्रंप आगे बढ़े और जेलेंस्की को वहां बुलाया। – शकुंतला महेश नेनावा, इंदौर