6 जनवरी से शुरू हो सकता है जनता दरबार मुख्यमंत्री की ओर से शुरू किया जा रहा इस कदम से वह सीधे जनता से संवाद स्थापित करेंगे। आपको बता दें कि यह पहल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लगाए जाने वाला जनता दरबार के मॉडल पर आधारित है, जिसमें सीएम स्वंय जनता की समस्याओं को सुनेंगे और अधिकारियों के माध्यम से उसका समाधान निकालेंगे। जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री कार्यालय इस संबंध में तैयारी कर रहा है और 6 जनवरी से इसके शुरु होने की संभावना है। हालांकि, इस संबंध में तारीख को लेकर अब तक कोई आधिकारिक वक्तव्य जारी नहीं किया गया है।
इन पूर्व सीएम ने शुरू की थी जनदर्शन की शुरुआत मालूम हो कि इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में भी जनदर्शन और जनसुनवाई की व्यवस्था की गई थी। उमा भारती के कार्यकाल में कुछ समय के लिए जनदर्शन कार्यक्रम चलाया था, जिसमें वह खुद जनता से संवाद करती थी, लेकिन अधिक भीड़ के कारण इसे बंद कर दिया गया था। अब सीएम डॉ. मोहन यादव की ओर से जनता दरबार की शुरुआत करने की उम्मीद जताई जा रही है।
सीएम के इस सराहनीय पहल से न केवल प्रशासनिक स्तर पर सुधार होगा, बल्कि जनभावनाओं और समस्याओं के समाधान में भी गति आएगी। जानकारी के मुताबिक इसमें जिला स्तर पर बाधित शिकायतों और अधिकारियों के स्तर पर समाधान नहीं होने वाली शिकायतों को लिया जाएगा।