मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण किया जाए। पार्किंग ऐप्स और स्मार्ट पार्किंग सिस्टम का उपयोग कर भी पार्किंग की सुविधाएं बढ़ाई जा सकती हैं जिससे लोगों को अपनी गाड़ियों को पार्क करने में आसानी हो। इसके अलावा हम साइकिल और पैदल यात्रा को बढ़ावा देकर भी इस समस्या को कम करने में अपना सहयोग दे सकते हैं। – संजय निघोजकर, धार
शहरों में आए दिन वाहनों के पार्किंग के लिए मारामारी होती है व ट्रैफिक जाम होता है, जिसके लिए ट्रैफिक पुलिस व नगर निगम प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेदार है ट्रैफिक पुलिस व नगर निगम प्रशासन को संयुक्त रूप से शहरों में पार्किंग व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए पार्किंग की विशेष कार्ययोजना बनानी चाहिए। कॉम्प्लेक्स व दुकानों में वाहनों की पार्किंग का बेजा उपयोग किया जाता है, जिसे ट्रैफिक पुलिस व निगम की संयुक्त टीम को खाली कराकर वहां वाहनों की पार्किंग करवाई जानी चाहिए।
पार्किंग में सीसीटीवी कैमरें लगाएं जाने चाहिए और इसे ट्रैफिक पुलिस के कार्यालय से जोडा जाना चाहिए, जिससे पल पल की गतिविधियां ट्रैफिक पुलिस के कार्यालय को मिले और ट्रैफिक अधिकारी तत्काल इन पर सख्त कार्रवाई कर सके। – आलोक वालिम्बे, बिलासपुर
तेज़ी से बढ़ते शहरीकरण और बढ़ते वाहनों की संख्या ने पार्किंग की समस्या को जन्म दिया है। बढ़ती आबादी, बेतरतीब विकास ने शहरों में मार्गों को व्यस्त बना दिया, जिससे यातायात बाधित होना जाम लगना आम बात हो गई है। इस समस्या के समाधान के लिए शहरों में पार्किंग स्थलों की व्यवस्था बाज़ारों से समुचित दूरी पर की जाए। शहरों में मल्टीलेवल पार्किंग की व्यवस्था न्यूनतम शुल्क पर की जाए। बेतरतीब ढंग से पार्किंग नहीं की जाए। नागरिकों में ट्रैफ़िक सेंस विकसित करने के लिए जन जागरण अभियान चलाए जाएं। – रूपसिंह ठाकुर, इंदौर
बढ़ती पार्किंग की समस्या को दूर करने के लिए सरकार को बाजार ऑफिस, रिहायशी इलाकों में बहुस्तरीय पार्किंग बनवानी चाहिए। मेट्रो बस साइकिल और पैदल यातायात को बढ़ावा देना चाहिए ताकि निजी वाहनों की संख्या कम हो सके शहरों में बहुत स्तरीय पार्किंग परिसर और अंडरग्राउंड पार्किंग का निर्माण करवाना चाहिए। मॉल रेलवे स्टेशन बस स्टैंड के पास बहुत स्तरीय पार्किंग विकसित करनी चाहिए। ज्यादा से ज्यादा लोगों को सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और सार्वजनिक परिवहन सेवा सुरक्षित और समय पर संचालित और सस्ती होनी चाहिए। स्थानीय निकायों और ट्रैफिक पुलिस के बीच समन्वय बनाना जरूरी है। – लहर सनाढ्य उदयपुर
शहरों में पार्किंग मैनेजमेंट कमेटी बनाएं। कमेटी द्वारा बनाए गए नियम नीतियों को प्रभावित तरीके से लागू करें। खासकर अवैध पार्किंग की समस्या से निपटने और पार्किंग फीस वसूलने में प्राइवेट कंपनियों की मदद ली जा सकती है। पार्किंग नीति में इस बात का स्पष्ट तौर पर उल्लेख होना चाहिए कि किस एजेंसी की क्या जिम्मेदारी है। – सुभाष सिद्ध बाना, श्री डूंगरगढ़
पार्किंग की समस्या से निपटने के लिए शहरों में बहुमंजिला पार्किंग की संख्या बढ़ानी होगी। साथ ही वाहन मालिक सप्ताह में कोई भी एक दिन अपने वाहनों का प्रयोग न कर सार्वजनिक परिवहन प्रणाली का उपयोग करने लगे तो सड़कों पर वाहनों की भीड़ कम होने लगेगी। – संजय डागा हातोद, इंदौर