दुकानें, रेहड़ी, केबिन और पांच से अधिक वाहन आए आग की चपेट में
आग से धुएं का गुबार फैल गया। आसपास की दुकानें, रेहड़ी, केबिन, और पांच से अधिक वाहन आग की लपटों की चपेट में आ गए। सूचना मिलने पर जूनागढ़ अग्निशमन विभाग के फायर ऑफिसर ध्रुमिल जानी, यकीन शिवाणी सहित 10 से अधिक कर्मचारी मौके पर पहुंचे। लगभग 5,000 लीटर पानी का उपयोग कर आग पर काबू पाया गया।
सूचना मिलने पर पीजीवीसीएल की टीम ने तुरंत बिजली आपूर्ति बंद कर दी। आग के पास ही बिजली का खंभा और सब-स्टेशन था, जिसके कारण आग की लपटें फैल गई। प्रशासन ने आसपास के क्षेत्र में आवागमन बंद कर दिया।
बुजुर्ग सहित चार लोग झुलसे
आग की चपेट में आने से झांझरड़ा निवासी रूपी शैलेष सोलंकी (40), बेटी भक्ति ((3) और गोलाधर निवासी हर्ष राबड़िया (58) की मौत हो गई। मृतक मां-बेटी सामान्य परिवार से थीं और रेहड़ी चलाती थीं। मृतकों के शवों को अस्पताल पहुंचाया गया। वहां परिजनों का रुदन फूट पड़ा। एक बुजुर्ग सहित चार लोग झुलस गए। इनमें नथु (65) गंभीर रूप से झुलस गए, उन्हें सिविल अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया। तीन अन्य घायलों को निजी अस्पतालों में भर्ती किया गया।
जांच के आदेश
सूचना मिलते ही महापौर धर्मेश पोशिया, मनपा आयुक्त डॉ. ओम प्रकाश, विधायक संजय कोरड़िया और स्थानीय पार्षद मौके पर पहुंचे। महापौर, मनपा आयुक्त, विधायक सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। मनपा आयुक्त ने जांच के आदेश दिए और रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। बताया गया कि बिना सुपरवाइजर के काम चल रहा था, जिसकी कई बार शिकायतें की गई थीं। घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।