यह भयावह घटना 18 अप्रेल 2024 की शाम को हुई, जब आरोपी फैयाज कोंडीकोप्पा ने हुब्ल्बली के कॉलेज परिसर में नेहा पर चाकू से हमला किया, बार-बार उस पर वार किया और उसकी हत्या कर दी।
हुब्बल्ली-धारवाड़ नगर निगम में कांग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमठ ने कहा कि राज्य सरकार ने उनसे फास्ट-ट्रैक कोर्ट बनाने का वादा किया था और 120 दिनों के भीतर न्याय का आश्वासन दिया था। उन्होंने जोर देकर कहा कि मामले में कोई प्रगति नहीं हुई है और फास्ट-ट्रैक कोर्ट का गठन नहीं किया गया है। इस पृष्ठभूमि में, मामले को सीबीआई को सौंप दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मेरी बेटी की हत्या के नौ महीने बाद भी हमें न्याय नहीं मिला है। मैं नहीं देख पा रहा हूं कि जांच किस दिशा में जा रही है। जनता और हिंदू कार्यकर्ताओं ने जांच पर सवाल उठाए हैं। यह सच है कि मामले में एक विधायक शामिल है। सीबीआई को इसकी जांच करनी चाहिए।
इस घटनाक्रम से राज्य में बड़ा विवाद पैदा होने की संभावना है। श्रीराम सेना भी सीबीआई जांच की मांग कर रही है और उसने आरोपी फैयाज को उसके कॉलेज से स्थायी रूप से निलंबित करने में सफलता हासिल की है। श्रीराम सेना के संस्थापक प्रमोद मुतालिक ने भी इस मामले में प्रभावशाली व्यक्तियों और विधायकों की संलिप्तता के बारे में सबूत होने का दावा किया है।
पुलिस ने लव जिहाद का पहलू खारिज किया
इससे पहले, कर्नाटक पुलिस ने मामले में लव जिहाद के पहलू को खारिज कर दिया था। हुब्ल्बली कोर्ट में पेश की गई अपनी चार्जशीट में पुलिस ने कहा है कि शादी से इनकार करने के कारण उसकी हत्या हुई। चार्जशीट में लव-जिहाद का कोई जिक्र नहीं किया गया है। अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने आरोपी फैयाज कोंडीकोप्पा के खिलाफ 483 पन्नों की चार्जशीट पेश की थी, जिसमें नेहा के पिता, उसकी मां, भाई, सहपाठियों, दोस्तों और व्याख्याताओं की गवाही सहित 99 सबूतों का उल्लेख किया गया था। चार्जशीट में हत्या से संबंधित प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और सीसीटीवी फुटेज भी शामिल हैं।