शादी के बाद महिलाओं को कॅरियर के चयन में मुख्यतया अपने परिवार के सदस्यों की देख-रेख और उनकी सार संभाल की समस्याओं से जूझना पड़ता है। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों की सभी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भी महिलाओं को तत्पर रहना पड़ता है। सामाजिक , मानसिक और आर्थिक समस्याएं भी कॅरियर में मुख्य बाधक तत्वों में मानी जा सकती है।
– आशुतोष शर्मा, जयपुर
इच्छा से कॅरियर चुनना मुश्किल
शादी के बाद कॅरियर के चयन में महिलाओं को ससुराल पक्ष की मर्जी के अनुसार चलना होता है। जॉब और बच्चों की परवरिश के बीच में भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कितनी ही महिलाओं को अपनी इच्छा से कॅरियर को चुनने के नाम से, अपनी इच्छाओं का गला घोंटना पड़ता है।
– निर्मला देवी वशिष्ठ, राजगढ़, अलवर
शादी के बाद महिलाओं को कॅरियर के चयन में सबसे बड़ी दिक्कत यह आती है कि उनके पास खुद के लिए समय ही नहीं बचता। वह सुबह से शाम तक काम में इतनी व्यस्त रहती हैं कि खुद की प्राथमिकता को ही भूल जाती हैं। जिसकी वजह से वे खुद के कॅरियर को ही दांव पर लगा देती हैं।
– प्रियव्रत चारण, जोधपुर