थानाधिकारी हनवंतसिंह सोढा ने बताया कि जाटों की डोरण निवासी भरत कुमार पुत्र भीमाराम सहित नरेश मेघवाल, सुरेश चौधरी व विजय कुमार के साथ एटीएम फ्रॉड होने पर पुलिस ने गुरुवार को दौसा जिले के दो युवक पकड़े। जिनमें कुंदेराडूंगर, सिकराय थाना मानपुर जिला दौसा निवासी नीरज कुमार बैरवा एवं मानपुर निवासी सुनील पुत्र शिवदयाल बैरवा को एसबीआई एटीएम से रंगेहाथ दबोचा। दोनों ने वारदात को स्वीकार किया।
गूगल से तलाशते पहुंचे सादड़ी, होटल में रुके
आरोपियों ने बताया कि गूगल से ऐसे पुराने एटीएम तलाशते सादडी पहुंचे। एक दिन पूर्व विड्रॉल स्लॉट पर पट्टी लगाई और दूसरे दिन निकासी करते उससे पहले धर लिए गए। विड्रॉल स्लॉट में अटकी धनराशि मास्टर चाबी जरिए स्लॉट खोलकर निकाल देते और अन्य एटीएम की तलाश में पहुंच जाते। यहां निजी होटल में रुके थे। पुलिस पूछताछ कर अन्य वारदातों के बारे में पूछताछ कर रही है।
गांवों की निकटता, पढ़ाई के दौरान हुई मित्रता
आरोपी नीरज दौसा से बीसीए तथा उसी कॉलेज में सुनील बैरवा बीए द्वितीय वर्ष का छात्र था। यहीं उनकी जान पहचान बनी तथा मित्रता हो गई। अपने शौक पूरा करने के लिए यूट्युब से एटीएम फ्रॉड के तरीके सीखकर पहले जयपुर में वारदात की। वहां सफल होने पर हौसला बढ़ गया और अजमेर, दिल्ली एवं बाली में वारदात को अंजाम दिया। 26 मार्च को गांछवाड़ा ढाल एसबीआई एटीएम विड्रॉल स्लॉट पर पट्टी लगाकर भरत कुमार पैसे निकालने गया तो बैंक से पैसे निकासी हुए लेकिन एटीएम विड्रॉल स्लॉट में अटक गए। पुलिस ने निगाह रखनी शुरू की तो गुरुवार को दोनों धर लिए।