बाली एएसपी चैनसिंह महेचा, सीओ राजेश यादव, एसडीम विवेक व्यास, तहसीलदार हरेन्द्रसिंह रावत सशस्त्र पुलिस व देसूरी, रानी, बाली, फालना के पुलिस जवानों के साथ मौके पर पहुंच समझाइश की। ग्रामीणों ने पांच सूत्री मांगपत्र में 50 लाख मुआवजा मृतक परिजन, घायल के उपचार का जिम्मा, परिजनों को आक्रोशित करने वाली पुलिस को हटाने व कानूनी प्रकरण नहीं दर्ज करने की सशर्त पर समझौता मांग रखी। देर शाम तक मृतक का शव नहीं आया। इस कारण प्रतापगढ़ में पुलिस जाप्ता व ग्रामीणों का जमघट रहा।
प्रतापगढ़ बावरियों का झूंपा बस्ती निवासी प्रकाश पुत्र नारायणलाल बावरी व श्रवण पुत्र कुंपाराम बावरी रोडवेज मोटरसाइकिल की टक्कर में गम्भीर घायल हुए प्रकाश बावरी की उदयपुर में उपचार दौरान मौत हो गई। श्रवण बावरी भी गंभीर घायल हो गया। प्रकाश की मौत से मृतक परिजन व ग्रामीणों में आक्रोश पसर गया। वे पुलिस थाने के बाहर सुबह से धरने पर रहे। शव पोस्टमार्टम के बाद सुपुर्द करने में देरी व थाने के बाहर से परिजनों व ग्रामीणों को भगाने से ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया। उन्होंने प्रतापगढ़झूंपा में सादड़ी मुंडारा फालना राजमार्ग जाम लगा दिया। फालना आगार की रोडवेज बस को रोक दिया। बस रोकने की सूचना व रास्ता जाम की शिकायत पर थानाधिकारी चंपाराम, एएसआई ईश्वरसिंह, किशनसिंह, सुरेश, सोनाराम, गेनाराम व एक दो जवान पहुंचे। वे युवाओं को हटाने लगे।
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इससे ग्रामीणों ने पथराव किया। जिसमें सीआई, एएसआई व किशनसिंह, चुनाराम व गेनाराम चोटिल हुए। जिसमें गेनाराम को रेफर किया। वहीं रोडवेज में बैठी सवारियों में अफरा तफरी मच गई तथा खिड़कियां व सुरक्षा द्वार तोड़कर जान बचाई। बाद में आक्रोशित ग्रामीणों ने रोडवेज सवारियों को नीचे उतारा। करीब पौने घण्टे बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। मृतक परिजन वार्ड पार्षद शंकर के पिता तुलसीराम, धनपत बावरी सहित ग्रामीणों के बीच समझाइश वार्ता शुरू हुई। ग्रामीणों ने सादड़ी पुलिस के व्यवहार पर नाराजगी जताई। वहीं मृतक प्रकाश के परिजनों को मुआवजा दिलाने का देसूरीउपखण्ड अधिकारी व तहसीलदार ने भरोसा दिलाया।