बता दें कि परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। ऋषिराज का गुरुवार को पैतृक गांव सुमेरपुर के पास खिवांदी में सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
12वीं के बाद नेशनल डिफेंस एकेडमी गए
पाली डेयरी फेडरेशन अध्यक्ष प्रताप सिंह बिठिया ने बताया कि ऋषिराज सिंह शुरू से ही पढ़ाई में होशियार थे। वे सेना में जाकर देश सेवा का जज्बा रखते थे। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई जोधपुर से की थी। 12वीं पास करने के बाद वे पूना गए और नेशनल डिफेंस एकेडमी गए, जहां साढ़े 3 साल का कोर्स किया।
परिजन आए थे गांव
परिवार से प्राप्त जानकारी के अनुसार, शहीद ऋषिराज सिंह देवड़ा के पिता जसवंत सिंह देवड़ा, माता और दादीसा हाल ही में खिवांदी गांव में आयोजित माताजी के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। बुधवार को कार्यक्रम संपन्न होते ही वे जोधपुर रवाना हो गए। परिवार में माता-पिता, एक छोटा भाई और दादीसा बताए। ऋषिराज दो भाइयों में बड़े थे और अविवाहित थे। उनके शहीद होने की सूचना मिलते ही पूरे गांव में शोक छा गया।
फ्लाइट लेफ्टिनेंट ऋषिराज सिंह की 2023 में हुई थी ज्वाइनिंग
ऋषिराज सिंह भारतीय वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने 2023 में वायुसेना ज्वॉइन की थी। वे सूरतगढ़ में कार्यरत थे।
फाइटर प्लेन क्रैश होने की सामने आई ये वजह
चूरू के रतनगढ़ क्षेत्र में बुधवार दोपहर भारतीय वायुसेना का एक जगुआर फाइटर जेट क्रैश हो गया था। इस दुखद हादसे में विमान में सवार पायलट और को-पायलट शहीद हो गए। हादसा दोपहर 12:40 बजे भानुदा गांव के पास एक खेत में हुआ। विमान का मलबे आसपास के इलाके में फैल गया, वहीं हादसे की जगह पर एक बड़ा गड़्ढा बन गया।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, तकनीकी खराबी के कारण पायलट और को-पायलट इजेक्ट नहीं कर पाए। यह विमान सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ा था और ट्रेनिंग मिशन पर था। फिलहाल घटना के ठोस कारणों का पता नहीं चला है। सूत्रों के मुताबिक हादसे की प्रारंभिक वजह तकनीकी खामी बताई जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद ही विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।