विश्व हिन्दू परिषद ने क्या कहा ?
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के सांसद चंद्र शेखर आजाद के महाकुंभ 2025 पर दिए गए बयान पर वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि जो पार्टी हाल ही में बनी है वो हिंदुत्व को गाली देती है। अब वे महाकुंभ पर भी टिप्पणी कर रहे हैं। उनका मकसद है हिंदू धर्म और सनातन को खत्म करने के लिए। उन्हें तब और अधिक परेशानी होगी जब बड़ी संख्या में लोग यहां कुंभ में आएंगे और गंगा नदी में पवित्र डुबकी लगाएंगे। उन्हें तुरंत माफी मांगनी चाहिए।
बीजेपी ने क्या कहा ?
आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) के सांसद चंद्र शेखर आज़ाद के महाकुंभ 2025 पर दिए गए बयान पर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री असीम अरुण ने कहा कि चंद्र शेखर ने जो कहा है उसे हम स्वीकार नहीं करते हैं और मेरा अनुरोध है कि किसी भी आस्था के साथ छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए।
कुंभ सिर्फ संप्रदायों और परंपराओं का संगम नहीं
असीम अरुण ने आगे कहा कि यह हमारी आस्था है, हम जाते हैं। हम कुंभ में भाग लेते हैं और ये कुंभ सिर्फ संप्रदायों और परंपराओं का संगम नहीं है। वहां पवित्र नदियां हैं, ये उनका संगम है और पिछले कुंभ में हम सब वहां जाते थे। मैं वहां एटीएस का प्रमुख था यह देखकर बहुत खुशी हुई कि देश-विदेश से लोग अपनी आस्था के अनुसार, अपनी परंपरा के अनुसार वहां आते थे।
महात्मा गांधी ने लगाई थी कुंभ में डुबकी
मंत्री असीम अरुण ने आगे कहा कि यह भी गर्व की बात है कि महात्मा गांधी और यहां तक कि मुलायम सिंह यादव ने भी कुंभ में डुबकी लगाई क्या हम उन्हें पापी कहेंगे? शेखर जी को मेरी सलाह है कि उन्हें ऐसी बातें नहीं कहनी चाहिए। यह बिल्कुल गलत है और मुझे लगता है कि शेखर जी स्वामी प्रसाद मौर्य के रास्ते पर चले हैं।
चंद्रशेखर ने दी सफाई
सांसद और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद ने अपने ‘महाकुंभ’ को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि मैंने कहा कि जिन्होंने पाप किए हैं वो ही कुंभ के लिए जाते हैं। हम हिंदू धर्म के धार्मिक गुरुओं से बचपन से ही सुनते आए हैं कि गंगा नदी में जाकर अपने पाप धोकर, पापों से मुक्ति ले लीजिए। हमारी पार्टी का स्टैंड साफ है कि हम पाप-पुण्य में भरोसा नहीं रखते हैं, हम कर्म में भरोसा करते हैं। मेरा मन साफ-सुथरा है तो मुझे कहीं जाने की जरूरत नहीं है। जिसे जो कहना है या सोचना है वो कहता रहे। चंद्रशेखर पर भड़के धर्माचार्य
नगीना से लोकसभा सांसद चंद्र शेखर आजाद के महाकुंभ के बयान के बाद घमासान मचा हुआ है। उनके खिलाफ ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य जगद्गुरु अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती जी महाराज और अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बयान दिया है।