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प्रयागराज

कौन हैं रेलवे सुरक्षा बल के आईजी, जिनको मिला राष्ट्रपति पुलिस पदक, महाकुंभ मेले में निभा रहे हैं ये अहम जिम्मेदारी

IG Amiya Nandan Sinha: महाकुंभ मेले में अधिकतर श्रद्धालु ट्रेनों के सहारे प्रयागराज पहुंच रहे हैं। इसलिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा का जिम्मा उठाने वाले रेलवे सुरक्षा बल के आईजी अमिय नंदन सिन्हा को मिला राष्ट्रपति पुलिस पदक आइए जानते हैं ये कौन तेजतर्रार अधिकारी हैं?

प्रयागराजJan 25, 2025 / 07:37 pm

Nishant Kumar

Amiya Nandan Sinha

Amiya Nandan Sinha

IG Amiya Nandan Sinha Success Story: विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनो में शामिल महाकुंभ का आयोजन चल रहा। इस आयोजन में रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाल रहे है। उत्तर मध्य रेलवे के रेलवे सुरक्षा बल के आईजी अमिय नंदन सिन्हा को गणतंत्र दिवस, 2025 के अवसर पर विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। सिन्हा को इससे पहले 2012 में सराहनीय सेवा के लिए भारतीय पुलिस पदक और 2009 में माननीय रेल मंत्री द्वारा उत्कृष्ट सेवा के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

देश भर के इन हिस्सों में रही तैनाती

Amiya Nandan Sinha
वर्ष 1989 में संघ लोक सेवा आयोग के माध्यम से चयनित होने के बाद उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में सेवा की है। अपनी सेवा के दौरान, रेलवे सुरक्षा बल में उन्हें पूरे भारत में तैनात किया गया था। असम में लामडिंग और तिनसुकिया, आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम, पश्चिम बंगाल में खड़गपुर, तेलंगाना में हैदराबाद और सिकंदराबाद, कर्नाटक में बेंगलुरु, चेन्नई में अतिरिक्त मुख्य सुरक्षा आयुक्त, कोंकण रेलवे/महाराष्ट्र में महानिरीक्षक-सह-प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त, बिलासपुर में महानिरीक्षक-सह-प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त/ छत्तीसगढ़।

छापेमारी के दौरान खुद थे शामिल 

Amiya Nandan Sinha
लामडिंग डिवीजन में कई अपराधी, जो बुक की गई खेप की चोरी में शामिल थे, सीधे उनकी व्यक्तिगत देखरेख में की गई छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए थे। 1994 में, जब उनके पूर्ववर्ती को चरमपंथी संगठन, उल्फा द्वारा धमकी दी गई थी, तब उन्हें तिनसुकिया डिवीजन में स्थानांतरित कर दिया गया था। लेकिन उन्होंने साहस पूर्वक बल का नेतृत्व किया और नागालैंड के दीमापुर रेलवे स्टेशन पर एक ऑपरेशन के दौरान 250 से अधिक गोलियां बरामद कीं।

बचाई कई करोड़ रुपये की भूमि 

मंडल सुरक्षा आयुक्त /वाल्टेयर के रूप में 1996-2000 की अवधि के दौरान, चोरी के मामले एक वर्ष में 500 से अधिक मामलों से घटकर एक वर्ष में 50 से भी कम हो गए। बेंगलुरु और खड़गपुर मंडलों में सिन्हा ने रेलवे भूमि से कई अतिक्रमणों को हटाने में योगदान दिया, जिससे कई करोड़ रुपये की भूमि बचाई गई।
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इन्होंने निभाई थी ये बड़ी भूमिका

उप मुख्य सुरक्षा आयुक्त/सिकंदराबाद के रूप में, उन्होंने रे.सु.ब.  प्रशिक्षण केंद्र/मौला-अली में सुधार के लिए कई अभिनव उपाय शुरू किए, जिसके लिए अधिकारी को उत्कृष्ट सेवा के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने सिकंदराबाद डिवीजन में तेलंगाना आंदोलन के दौरान बल का नेतृत्व किया और ट्रेनों का सुचारू संचालन सुनिश्चित किया। बिना किसी बड़ी हिंसा की घटना के दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में, श्री सिन्हा ने छत्तीसगढ़ के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस के साथ प्रभावी ढंग से समन्वय किया। फिलहाल अधिकारी प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान रेलवे क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने में लगे हुए हैं।

#Mahakumbh2025 में अब तक

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