विदित हो कि चुनावी माहौल में नामांकन और प्रचार जोर शोर से जारी है। राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के बीच खींचतान जारी है। इस बीच एक मामला
रायपुर जिले के तिल्दा जनपद का सामने आया। बीजेपी के बड़े नेता वेदराम मनहरे के छोटे भाई तिल्दा जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष टिकेश्वर मनहरे के नामांकन के लिए तिल्दा पहुंचे थे। जिन पर एक प्रत्याशी का अपहरण का आरोप लगाते हुए तिल्दा थाने में मामला दर्ज कराया गया।
इस मामले में टिकेश्वर मनहरे ने बताया कि उन पर यह निराधार आरोप राजनीतिक द्वेष के चलते लगाया गया है। विरोध में उनके समर्थकों ने तिल्दा थाना पहुंच कर झूठे शिकायत और शिकायतकर्ता के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के लिए निवेदन किया है। मनहरे ने आरंग विधायक पर धरसींवा विधानसभा के तिल्दा जनपद में अनावश्यक हस्तक्षेप का आरोप लगाया है और राजनीतिक द्वेष के चलते झूठा प्रकरण दर्ज कराने की बात कही। साथ ही टिकेश्वर मनहरे ने भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं को आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई करते हुए पार्टी से निष्कासित करने की मांग की।
मनहरे के मुताबिक ये है असल कहानी…
टिकेश्वर जपं तिल्दा क्षेत्र क्रमांक 18 का प्रत्याशी हैं। उनके प्रतिद्वंदी आरंग विधायक के करीबी रायपुर निवासी योगेश गुरु, पिता मकसूदन दास भी क्षेत्र क्रमांक 18 के पचरी से नामांकन दर्ज फॉर्म लिया है। मनहरे का आरोप है कि आरंग विधायक द्वारा थाने में दबाव पूर्वक मामला दर्ज कराया गया है। इसके पीछे उन्होंने अपने बड़े भाई वेदराम मनहरे का जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 16 से चुनाव मैदान में हैं, लेकिन वहीं से आरंग विधायक के भाई सौरभ साहेब का पोस्टर प्रचार और दीवाल लेखन हो रहा है।
टिकेश्वर ने यह आरोप भी लगाया है कि आरंग विधायक ने अपनी बहन लेमिक्षा गुरु का नाम तिल्दा जनपद के बेलदार सिवनी ग्राम पंचायत में विधि विरुद्ध मतदाता सूची में नाम दर्ज कराया गया है और जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 19 से प्रत्याशी बनाने की तैयारी है जबकि वहां से बीजेपी समर्थित प्रत्याशी पहले से तैयारी में हैं।
लिखित बयान में बताया
जनपद पंचायत तिल्दा के उपाध्यक्ष टिकेश्वर मनहरे ने लिखित बयान जारी कर बताया कि 1 फरवरी को योगेश गुरु ग्राम खपरीडीह खुर्द से चुनावी चर्चा कर रहे थे। उन्होंने बड़े भाई आसनदास गुरु द्वारा बुलाने की बात कहते हुए खपरीडीह तक छोड़ने की बात कही। वहां से मै वापस आ गया। रात में पता चला कि विधायक गुरु खुशवंत के दबाव में आकर पुलिस ने मुझ पर अपहरण का झूठा केस दर्ज कर दिया है।
बीजेपी की अगुवाई में ग्रामीण पहुंचे थाने
भाजपा नेता वेदराम मनहरे के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीण नेवरा थाना पहुंचे। जहां उन्होंने एफआईआर को झूठा बताते हुए उसे रद्द करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। उनके साथ आसन दास गुरु भी उपस्थित हुए और उन्होंने थाना में लिखित बयान दिया कि मेरे घर में दोनों थे और किसी तरह का कोई अपहरण नहीं हुआ है।
टीआई ने दी मामले की जानकारी
इस मामले में नेवरा थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंह श्याम ने कहा किए कल प्रार्थी योगेश गुरु की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। आज वेदराम मनहरे अपने समर्थकों के साथ थाना आकर आवेदन दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रार्थी के बड़े भाई आसान दास गुरु भी नेवरा थाना पहुंचे थे और बयान दर्ज करवाया है।