CG Big Scam: मिलीभगत से लाखों रुपए का घोटाला
वहीं, दूसरी तरफ राजधानी के इसी डिवीजन से केंद्रीय जेल में घटिया निर्माण कराने वाले सब इंजीनियर सीआर पटेल को निलंबित कर दिया गया है। इतने बड़े घोटाले को अंजाम देने वालों के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई होती है, इसकी उच्चस्तरीय जांच होने पर ही पता चलेगा। क्योंकि लोक निर्माण विभाग उपमुख्यमंत्री अरुण साव के पास है। डिप्टी सीएम साव पहले दिन से भ्रष्टाचार पर शिकंजा कसने और गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने की बातें कहते रहे हैं। अब राजधानी में ही विभाग के डिवीजन-2 में 80 श्रमिकों के नाम पर फर्जी मस्टर रोल फूटा है। विभाग के अनुसार, केंद्रीय जेल में लगभग 9 करोड़ की लागत से बैरक और बाउंड्रीवाल का निर्माण कराने का टेंडर हुआ था। लेकिन, ठेकेदार की मिलीभगत से लाखों रुपए का घोटाला किया गया।
जबकि निगरानी की जिम्मेदारी डिवीजन के सब इंजीनियर सीआर पटेल से लेकर एसडीओ देवनारायण वर्मा और कार्यपालन अभियंता हेमंत अरोरा को दी थी। फर्जी मस्टर रोल और केंद्रीय जेल में घटिया निर्माण का भंडाफोड़ तब हुआ तब एसडीओ डीएन वर्मा को पदोन्नत कर मुख्य अभियंता कार्यालय में अटैच किया गया और कार्यपालन अभियंता रहे हेमंत अरोरा को हटाकर प्रमुख अभियंता कार्यालय भेजा गया।
विपरीत तिरछी बाउंड्रीवाल का निर्माण कराने पर निलंबित
रायपुर पीडब्ल्यूडी, अधीक्षण अभियंता डीके नेताम: 80 मस्टर रोल घोटाले की जानकारी मिली है, लेकिन अभी जांच प्रतिवेदन नहीं मिला है। केंद्रीय जेल में करोड़ों रुपए के कार्य का ठेका हुआ था। जेल की बाउंड्रीवाल मानक के विपरीत बनवाई गई। इस मामले में सब इंजीनियर सीआर पटेल को निलंबित किया गया है। CG Big Scam: पीडब्ल्यूडी के डिवीजन-2 में सब इंजीनियर सीआर पटेल को केंद्रीय जेल में घटिया निर्माण और मानक के विपरीत तिरछी बाउंड्रीवाल का निर्माण कराने पर निलंबित किया गया है, फर्जी मस्टर रोल मामले में यह भी सामने आया कि वह अपने घर, गार्डन में 8 से 10 श्रमिकों से काम कराता था और मस्टर रोल बनाकर राशि आहरण कराता रहा। इसी तरह कागजों में 80 श्रमिकों के नाम पर मस्टर रोल घोटाले को डिवीजन के एसडीओ डीएन वर्मा, कार्यपालन अभियंता रहे हेमंत अरोरा, यानी कि तीनों के हस्ताक्षर से ही अंजाम दिया गया है।