वारदात के बाद पुलिस ने गैंग से जुड़े आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें एमपी, यूपी, बिहार, हरियाणा, झारखंड आदि राज्यों के हैं। ज्यादातर मामलों में वारदात के बाद पुलिस ने आरोपियों को उनके इलाके में ही सर्च ऑपरेशन चलाकर पकड़ा है।
CG Fraud News: पुराने गैंग ठंडे पड़े
पहले चोरी, लूट, डकैती जैसी वारदातों में पारधी गैंग, कंजर गैंग, चड्डी-बनियान गैंग आदि का नाम आता था, लेकिन अब इन गिरोह का नाम किसी वारदात में कम आता है। उनके स्थान पर नए
अपराधिक गैंग बन गए हैं और नए तरह के अपराध को अंजाम दे रहे हैँ।
गैंग से जुड़े आरोपियों की तलाश
रायपुर डीएसपी-क्राइम संजय सिंह ने कहा कि दूसरे राज्य के कई अपराधिक गैंग को पकड़ा जा चुका है। 15 से अधिक अपराधिक गैंग को पकड़ा जा चुका है। कुछ गैंग से जुड़े
आरोपियों की तलाश भी की जा रही है।
महाराष्ट्र की महिलाएं अक्सर रायपुर आकर सवारी ऑटो में सफर के दौरान महिलाओं की चेन चुरा लेती हैं। इस गिरोह की तीन महिलाओं को नागपुर से पुलिस ने पकड़ा था। इसी तरह धार्मिक आयोजनों में चोरी करने वाली आजमगढ़ की महिला गिरोह भी पकड़ा गया।
शहर में 15 से ज्यादा आपराधिक गैंग पकड़े जा चुके
इसी तरह अनूपपुर के नट गिरोह, झारखंड के साहेबगंज के मोबाइल चोर गैंग, एटीएम टेंपरिंग गैंग, राजस्थान का अजमेर गिरोह, यूपी का चंदौली गिरोह, ड्रग्स का प्रोफेसर गैंग, इंटरस्टेट चिट्टा गैंग, शादियों में चोरी करने वाला सूटबूट गैंग, धार का पत्थर गैंग,
महादेव सट्टा ऐप चलाने वाले अलग-अलग राज्यों के गैंग आदि कई अपराधिक गैंग हैं। ये
रायपुर में वारदात करके जेल गए हैं।
लॉरेंस-बिश्नोई गैंग- यह इंटरनेशनल गैंग है। इससे जुड़ा झारखंड के कुयात गैंगस्टर अमन साव उर्फ साहू यहां के बड़े कारोबारियों से प्रोटेक्शन मनी वसूलता था। कई
कारोबारियों के ऑफिस में फायरिंग भी करवा चुका था। पुलिस ने अमन को झारखंड से गिरफ्तार किया था। बाद में झारखंड एटीएस ने एनकाउंटर कर दिया।