नशा करने के लिए 500 रुपए मांगे
घायल पीड़ित पंकज कुमार सिंह सूरजपुर के रहने वाले हैं। वे रायपुर में निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर पद पर कार्यरत हैं। बदमाशों ने पंकज से नशा करने के लिए 500 रुपए मांगे थे। पंकज के मना करने पर बदमाशों ने पहले घर पर पथराव किया और फिर जबरन खींचकर उनको बाहर निकाला। इसके बाद सरेआम पिटाई कर वीडियो भी बनाया। पंकज को इस कदर मारा गया कि वे जमीन पर बेसुध हो गए।
मरा समझ कर भागे बदमाश
बदमाशों द्वारा वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पंकज को निर्दयता से पीटने के बाद जब वे जमीन पर बेसुध पड़े थे, तब एक बदमाश ने उनकी सांस की जांच की। बदमाशों को लगा कि पंकज की मौत हो गई है, तब वे उन्हें छोडक़र भाग गए।
शिकायत न करने की धमकी भी दी
बदमाशों ने मारपीट के बाद आस-पास के रहवासियों को धमकी दी कि कोई भी थाने में शिकायत करेगा, तो पंकज जैसा उसका भी हाल कर देंगे। इससे सोसायटी के लोग दहशत में हैं और पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार पकड़े गए युवक आदतन बदमाश हैं और इलाके में नशे का अड्डा चलाते हैं। पुलिस फिलहाल सोशल मीडिया पेज और अन्य इंटरनेट मीडिया माध्यमों की जांच कर रही है। मंत्री के फोन से हरकत में आई पुलिस
- मारपीट के बाद पंकज बहुत डरा-सहमा था, वह थाने जाने का हौसला तक जुटा नहीं पा रहा था। उनका छोटा भाई सूरजपुर में मीडियाकर्मी हैं, उन्होंने महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े को इस घटना की सूचना दी। तत्काल थाने में फोन कर मंत्री ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पर पुलिस सक्रिय हुई और दो नाबालिग सहित सात बदमाशों को हिरासत में लिया।
- पुलिस से बेखौफ
- राजधानी के बोरियाकला क्षेत्र के रिद्धि-सिद्धि लोटस पार्क सोसायटी में रविवार देर रात नशे के लिए 500 रुपए मांगने वाले नशेडय़िों ने एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को घर से बाहर निकालकर बेरहमी से इतना पीटा कि उन्हेें मरा समझा, तब छोड़ा। हद तो यह है कि पुलिस से बेखौफ होकर उसका वाडियो भी उनके पेज से वायरल कर दिया। इधर, इलाके थाना प्रभारी और स्टॉफ को पता ही नहीं कि उनकी नाक के नीचे अमन डान नाम की कोई गैंग पनप रही है। सच तो यह है कि छत्तीसगढ़ को नशा खा रहा है। नशेडिय़ों की बढ़ती संख्या से छोटे-मोटे अपराधों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। सडक़ों पर नशेड़ी, छपरी, लंफंगे, गुंडे और चाकूबाज पुलिस से बेखौफ रोज नया कांड रच रहे हैं। खमतराई में 30 अप्रैल की रात काम से लौट रहे सागर की बदमाशों ने रंगदारी मांगते हुए बेरहमी से हत्या कर दी थी। रावांभाठा के देवार डेरा बंजारी नगर में दो लोग खुलेआम चाकू लहराकर लोगों को डराते पकड़े गए। आमानाका में दिनदहाड़े बुजुर्ग महिला को लिफ्ट के बहाने गहने लूट लिए। डीडीनगर में बदमाश ऑटो चालक के हमले में एक बैंककर्मी की दिनदहाड़े सडक़ पर उसकी बेटी व परिवार के सामने हमला कर हत्या कर दी गई। बेटी मदद के लिए गिड़गिड़ाती रही, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। पूरे देश में छत्तीगढिय़ा सबळे बढिय़ा की मिसाल दी जाती है और रायपुर-बिलासपुर-दुर्ग-भिलाई जैसे क्षेत्र लड़कियों के लिए भी सुरक्षित माने जाते हैं। यहां एनआईटी व ट्रिपलआईटी जैसी संस्थाओं में देशभर से लडक़े-लड़कियां पढऩे आते हैं। राजधानी में कई प्रदेशों के लोग जॉब कर रहे हैं। ऐसी घटनाओं से क्या संदेश जाएगा?