Fraud News: दो दिन पहले तीन आरोपियों को पुलिस ने किया था गिरफ्तार
जांच में सामने आया कि
रायपुर के अन्य 20 से ज्यादा लोगों से भी कंपनी ने 73 लाख रुपए लिए, लेकिन किसी को वापस नहीं मिले। मामले की गंभीरता को देखते हुए दो दिन पहले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वहीं, मंगलवार को रायपुर पुलिस राजस्थान जेल में बंद तीन आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर रायपुर लेकर पहुंची।
सपना दिखाकर की ठगी
आरोपी ने लोगों को ओला और उबर की तर्ज पर सिर्फ बाइक खरीदने, उसे किराए पर चलाने और हर महीने लाखों रुपए के मुनाफे का लालच दिया था। स्कीम को इतनी चालाकी से बनाई थी कि लोग आसानी से झांसे में आ गए। संजय भाटी ने अपने साथियों कर्णपाल सिंह और राजेश भारद्वाज के साथ मिलकर 2017 में ‘बाइक बोट स्कीम’ की शुरुआत की थी।
इंजीनियर से बना नेता, फिर बना ठग
Fraud News: संजय भाटी ठगी करने से पहले
इंजीनियर व मोटिवेशनल स्पीकर था। 2018 में उसने कंपनी के डायरेक्टर पद से इस्तीफा देकर बीएसपी ज्वॉइन की। 2019 में वह गौतम बुद्धनगर से लोकसभा प्रभारी भी बनाया गया। जब सीबीआई और ईडी ने घोटाले की जांच शुरू की तो 7 जून 2019 को संजय भाटी और उसके साथियों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। ज्ञात हो कि अक्टूबर 2018 में बिरगांव निवासी अखिल कुमार बिसोई ने सिविल लाइन थाने में ठगी की शिकायत की थी।